Maha Shivratri 2021, Jharkhand News, Dumka News, बासुकिनाथ न्यूज (दुमका) : महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बाबा फौजदारीनाथ की शादी की तैयारी जोर शोर से चल रही है. दुमका स्थित बाबा फौजदारीनाथ के मंदिर की गुंबद पर से पंचशूल, चांदी का झंडा, त्रिशूल, कलश आदि मंगलवार को उतारा गया. गुरुवार को भोलेनाथ दुल्हा बनेंगे. मंदिर में पंचशूल का विशेष महत्व है. पंचशूल को स्पर्श करने के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा.
मंगलवार को बाबा फौजदारीनाथ के मंदिर से पंचशूल के नीचे उतरते ही जय शिव, हर हर महादेव के जयकारे लगने लगे. भोलेनाथ का विवाह को लेकर पूरे इलाके में हर्ष व उल्लास का माहौल है. कोरोना काल के बाद भोलेनाथ की नगरी सज-धज कर तैयार हो रही है. बाजार में भी रौनक बढ़ गयी है. मंदिर प्रभारी सह कार्यपालक पदाधिकारी राहुल जी आनंद जी ने बाबा के पंचशूल को विधिवत पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया. विवाह से जुड़े सामग्रियों की खरीदारी की जा रही है. बाबा फौजदारीनाथ का धूमधाम से विवाह किया जायेगा.
मंदिर पुजारी सदाशिव पंडा एवं मंदिर विधिकरी शौखी कुंवर ने बताया कि मंदिर प्रांगण में बुधवार को पूरे विधि विधान के साथ भगवान शिव एवं माता पार्वती के शादी की रश्म की शुरुआत होगी. बाबा फौजदारीनाथ व मां पार्वती को विधिकरी शौखी कुंवर द्वारा हरिद्रालेपन सगनौती किया जायेगा. भगवान शिव व मैया पार्वती पर लावा कांसा चढ़ाया जायेगा, उबटन लगाया जायेगा. मंदिर प्रांगण में इस अवसर पर महिलाओं द्वारा विवाह मंगलगीत गाये जायेंगे.
वहीं, पंडित सुधाकर झा ने बताया कि विवाह से एक दिन पूर्व अधिवास होता है. बाबा के गुंबद पर से सोने- चांदी के कलश व त्रिशूल को नीचे उतारा गया. बाबा फौजदारीनाथ व माता पार्वती को आज पूरे विधि विधान के साथ सोना, चांदी, काजल, वस्त्र, अलता, दूर्वा आदि चढ़ाया जायेगा. मंदिर पुरोहित व विधिकरी शौखी कुंवर द्वारा विवाह के रश्म पूरे किये जायेंगे. महाशिवरात्रि पर व्रती महिला पुरुष नहाय-खाय के साथ बुधवार को संयत करेंगे.
पंचशूल उतरने के बाद से बाबा व पार्वती मंदिर का गठबंधन भी बंद हो गया. अब पंचशूल की विशेष पूजा होने के बाद उसे मंदिर के शिखर पर लगाया जायेगा. इसके बाद गठबंधन शुरू किया जायेगा. भगवान शिव व माता पार्वती मंदिर का गठबंधन मंगलवार को खोला गया. इस खुले हुए गठबंधन को प्रसाद स्वरूप पाने के लिए भक्तों की भीड़ लगी. मान्यता है कि इस गठबंधन के प्रसाद को यदि किसी शादी योग्य लड़की व लड़का के गले में पहनाया जाये, तो उसकी शादी जल्दी होती है. गुंबद पर से उतारे गये पंचशूल, कलश व त्रिशूल को साफ-सुथरा कर महाशिवरात्रि के दिन विधिकरी शौखी कुंवर व उसके परिवार के सदस्यों द्वारा गुंबद पर चढ़ाया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.