सरैयाहाट स्थित ससुराल में फंदे में लटकी मिली विवाहिता
पिता ने दामाद समेत 17 के विरुद्ध दहेज हत्या का लगाया आरोप
पिता ने दामाद समेत 17 के विरुद्ध दहेज हत्या का लगाया आरोप प्रतिनिधि, सरैयाहाट सरैयाहाट थाना क्षेत्र के दिग्घी गांव में गुरुवार को 35 वर्षीय विवाहिता प्रीति देवी की हत्या कर साक्ष्य को छुपाने के नीयत से फांसी पर लटका देने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस को घटना की सूचना मिली, तो थाना प्रभारी निरंजन कुमार गांव पहुंचे. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शुक्रवार को दुमका भेज दिया. इस मामले में बांका जिले के चांदन थाना स्थित बाबूमहल गांव के रहनेवाले मृतका के पिता उपेंद्र पासवान ने अपने दामाद आशीष पासवान उर्फ योगेंद्र पासवान, ससुर झारू हाजरा, सास बसंती देवी, देवर जयकांत पासवान समेत 17 लोगों को आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. बताया कि उन्होंने अपनी बेटी प्रीति की शादी वर्ष 2010 में धूमधाम से की थी. कुछ दिनों बाद तक सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा. बाद में दामाद दहेज के रूप में बाइक व पचास हजार रुपये लाने का दबाव बेटी को देने लगा. इस मांग की बात बेटी ने उन तक पहुंचायी, पर इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताने पर बेटी को प्रताड़ित करने लगे. मारपीट करना आशीष की नियति बन गयी थी. फिर भी मृतका सब कुछ सहती रही. इस दौरान दो लड़का भी हुआ. एक का उम्र छह वर्ष एवं दूसरे की तीन वर्ष है. बच्चों के जन्म के बाद भी दहेज लोभियों को रहम नहीं आया और प्रताड़ना का दौर जारी रहा. आरोपों के मुताबिक 15 अगस्त के दिन दोपहर में मारपीट कर गला दबा कर हत्या कर दी. साक्ष्य छुपाने के लिए उसे फांसी पर लटका दिया कि लोग समझे कि उसने खुदकुशी की है. दामाद आशीष ने फोनकर बताया कि प्रीति ने खुदकुशी कर ली है.यह सुनकर मृतका के पिता एवं उसके परिवार वाले दिग्घी गांव पहुंचे तो देखा कि प्रीति का शव फंदे में लटका है. वहीं उसके पति, ससुर, सास एवं अन्य लोग घर से फरार हो गये हैं. गांव वालों से पता चला कि उसकी हत्या की गयी है. ऐसे में सरैयाहाट थाना को घटना की सूचना देने पर पुलिस ने शव को नीचे उतारा. मृतका की मां एवं स्वजनों का रो-रोकर हाल बुरा था.
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