मसलिया. अंचल क्षेत्र में इनदिनों वनों में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई जारी है. ये नजारा हिरलजोरी, पिपरा, गेनुवाडीह, महिशामुंगेर, आसनसोल मौजा के वन क्षेत्रों में देखने को मिलेगा. वन क्षेत्र में लगे सोनाझुरी आदि जैसे बेसकीमती पेड़ों को रात के अंधेरे हो या दिन के उजाले बेरोकटोक काटने का सिलसिला जारी है. जिससे हरे भरे वन भूमि खाली दिखाई दे रहा है. असामाजिक तत्वों द्वारा पहले वन के सूखे पत्तों को आग लगा दिया जाता है. बाद में वनों क्षेत्र में लगे सोना झुरी पेड़ों को कुल्हाड़ी लगाकर काटकर ले जाते है. वनों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की महकमा सचेत नहीं दिख रही है. स्थानीय वन विभाग की महकमा सुस्त दिखाई दे रहे हैं. बुद्धिजीवों के माने तो एक तरफ वनों की कटाई को ना रोक के नए पौधे लगाने में विभाग लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. छोटे पौधे को बचाने के लिए जहां एड़ी चोटी एक कर रही है. तो दूसरी तरफ तैयार पौधों को काटने पर रोक नही लगाती. जिससे सड़क किनारे हो यहां एकांत जंगल मे हो पेड़ों की कटाई जारी है, विभाग सचेत नही है, विभाग के अधिकारियों को पौधे लगाने से ज्यादा बचाने में ध्यान देने की जरूरत है. हालांकि पौधा हर व्यक्ति को लगाना जरूरी है. साथ में उसे बचाने का भी दायित्व उतनी ही जरूरी है.
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