दुमका : दक्षिणजोल पंचायत के जामजोड़ी मिडिल स्कूल छह वर्षों से शिक्षकविहीन है. यहां पदस्थापित एकमात्र शिक्षिका माधुरी कापरी के 31 जनवरी 2017 को सेवानिवृत्त हो जाने के बाद से स्कूल शिक्षकविहीन है. तब से स्कूल संचालक के लिए तत्कालीन बीइइओ के आदेश पर यूपीएस बामुनडीहा के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक जयदेव दास व यूएमएस रांगालिया के शिक्षक रामसुंदर सोरेन को प्रतिनियुक्त किया गया था. बाद में सरकार की ओर से प्रतिनियुक्ति का आदेश रद्द कर दिए जाने के बाद 2019 में प्रतिनियुक्त शिक्षक मूल विद्यालय रांगालिया में योगदान करने लौट गये थे और जामजुड़ी में एकमात्र पारा शिक्षक जयदेव दास ही प्रतिनियुक्त रह गये. यहां कक्षा पहली से आठवीं तक 106 बच्चे नामांकित हैं. शिक्षक के अभाव में अभिभावक अपने बच्चों को यहां नामांकन करने की बजाय बाहर भेज रहे हैं. एक समय इस स्कूल की रौनक थी. ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय अधिकारियों के लापरवाही के चलते स्कूल बरबाद हो रहा है और यहां पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य भी अंधकारमय हो रहा है.
ग्रामीण साक्षी साहा ने बताया कि जामजोड़ी मिडिल स्कूल में शिक्षक पदस्थापित के लिए कई महीने पहले ग्रामीणों की ओर से उपायुक्त को आवेदन दिया गया था. पर अभी तक यहां शिक्षक पदस्थापित नहीं किया गया है. जानकारी के अनुसार उपायुक्त को ग्रामीणों की ओर से आवेदन सौंपे जाने के बाद जिला शिक्षा अधीक्षक दुमका की ओर से रानीश्वर शिक्षा अंचल-1 के बीइइओ के नाम जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा पत्र निर्गत कर स्थल जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था. जिला शिक्षा अधीक्षक के द्वारा 23 सितंबर 2023 को पत्र निर्गत कर आदेश दिए जाने के बावजूद अभी तक यहां शिक्षक पदस्थापित नहीं किये जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. यहां प्रतिनियुक्त पारा शिक्षक जयदेव दास ने बताया कि अकेले स्कूल संचालन करने में परेशानी हो रही है उसके बावजूद उन्हें बीएलओ भी बना दिये जाने से परेशानी ओर बढ़ गई है.