मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये मनरेगा कर्मचारी
सभी प्रखंडों के मनरेगा कर्मचारी धरना दिया व सरकार के विरोध अपना आक्रोश व्यक्त किया.
प्रतिनिधि, दुमका झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर सोमवार से दुमका के मनरेगा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. अनिश्चितकालीन हड़ताल के प्रथम दिन पुराना समाहरणालय के समक्ष सभी प्रखंडों के मनरेगा कर्मचारी धरना दिया व सरकार के विरोध अपना आक्रोश व्यक्त किया. इससे पूर्व 18 से 20 जुलाई तक तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के जरिये सरकार को संकेत देने का काम किया गया था. जिला अध्यक्ष बसंत कुमार टुडू ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव पूर्व संविदा संवाद, रात्रि चौपाल, चुनावी जनसभाओं एवं अपनी घोषणा-पत्र में मनरेगा कर्मचारियों को स्थायीकरण, समान काम का सामान वेतनमान, ग्रेड पे देने का वादा किया था, लेकिन साढ़े चार वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा मांगें पूरी नहीं कर रही है. कोषांग में कार्यरत कर्मियों को ग्रेड पे दिया जा रहा है. बढ़ती महंगाई में भी क्षेत्रीय कर्मियों और पदाधिकारियों को अल्प मानदेय और बिना सामाजिक सुरक्षा के काम लिया जाता है. कहा कि हम क्षेत्रीय कर्मियों के साथ सौतेलापन का व्यवहार किया जा रहा है, जिससे बाध्य होकर मनरेगाकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो गये. मौके पर जिला सचिव उज्ज्वल गुप्ता, राकेश कुमार, श्यामनंदन मंडल, उत्तम कुमार, समीर मंडल, उदय मरांडी, लाल बिहारी मुर्मू, जोवेश हेंब्रम, मनोहर साह, विनोद हांसदा, मनोज दास, राज कुमार दास, राजकुमार साह, मनोज मंडल, आरनेस्ट बास्की, नित्यानंद पंडित, नंदन प्रसाद मनोज कुमार टुडू, राम कुमार ठाकुर, बबलू सोरेन, दीनानाथ दान, शिवानंद सिंह, अनंत कुमार भंडारी उपस्थित थे. फोटो 22 डीयूएम-205 : धरना पर बैठे मनरेगा कर्मचारी संघ के सदस्य
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है