Loading election data...

दुमका के कपरजोर गांव में मॉब लिंचिंग की घटना, चोरी के आरोपी को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला

दुमका जिला के कपरजोरा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आयी है. चोरी के आरोप में एक आरोपी को भीड़ ने पेड़ से बांधकर पीट-पीटकर मार डाला. मृतक लूटपाट और छेड़खानी के मामले में कई बार जेल जा चुका था. पुलिस मामले को लेकर जांच-पड़ताल में जुट गयी है.

By Samir Ranjan | October 16, 2022 9:30 PM

Jharkhand Crime News: दुमका जिले के तालझारी थानाक्षेत्र अंतर्गत कपरजोरा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आयी है. भीड़ ने चोरी और बदमाशी के एक आरोपी सुरेश यादव उर्फ मुजो यादव को पेड़ से बांधकर पीट-पीटकर मार डाला. मृतक सरैयाहाट थाना क्षेत्र के अमघट्टा गांव का रहनेवाला था. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजीव प्रकाश पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पेड़ से बंधा मृतक के शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेजा. वहीं, थाना प्रभारी ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है.

क्या है मामला

ग्रामीणों के मुताबिक, सुरेश यादव उर्फ मुजो यादव गांव में चोरी की घटना को अंजाम देकर भाग रहा था. करीब एक हजार ग्रामीणों की आक्रोशित भीड़ उसके पीछे थी. इस क्रम में वह भागकर मुकेश यादव के घर के बाहर खड़ा था. तभी भीड़ ने उसे पकड़ लिया और एनपीएम कपरजोरा विद्यालय के समीप पेड़ में बांधकर पिटाई शुरू कर दी, जिससे उसकी मौत हो गयी.

एक महिला को जबरन पकड़ लिया था

घटना को लेकर मुकेश यादव की पत्नी पूर्णी देवी ने बताया कि वह दो बच्चों के साथ अकेली घर पर थी. उसका घर गांव के एक किनारे स्कूल के पास है. तड़के सुबह वह बच्चे को शौच कराने के लिए उठी और दरवाजा खोलकर जैसे ही कमरे से बाहर आयी, तो पहले से घर के दरवाजे पर बैठे सुरेश यादव ने उसे अचानक पकड़ लिया. इससे वह चीखने- चिल्लाने लगी और डर से बेहोश हो गयी. जब वह होश में आयी, तो लोग कह रहे थे, खत्म हो गया, खत्म हो गया. सुरेश यादव मृत अवस्था में मुकेश के घर के बाहर आम के पेड़ से बंधा पड़ा था. घर के बाहर बड़ी तादाद में हजारों की भीड़ थी. बताया जाता है कि मुकेश यादव बेंगलुरु में काम करता है.

Also Read: Prabhat Khabar Impact: देवघर के कराैं की दिव्यांग को मिला Tri-Cycle, पंचायत से प्रखंड तक लगायी थी गुहार

सुरेश यादव कई बार जा चुका था जेल

कपरजोरा के ग्रामीणों ने बताया कि मृतक सुरेश यादव लूटपाट, छेड़खानी के मामले में कई बार जेल जा चुका था. इलाके में लोग उससे डरे-सहमे रहते थे. खासकर महिलाएं सुरक्षित नहीं थी. कई महिलाओं के हाथ से मोबाइल छीन कर भाग जाता था. गलत नियत से अकेली महिला को परेशान किया करता था. ग्रामीणों ने बताया कि उसकी मौत से इलाके के लोग अब सुरक्षित महसूस करेंगे.

अमघट्टा गांव का रहने वाला था मृतक

कपरजोरा गांव में मॉब लींचिंग का शिकार हुए सुरेश यादव का पैतृक गांव सरैयाहाट थानाक्षेत्र के अमघट्टा गांव में है. मृतक का गांव घटनास्थल कपरजोरा से एक किलोमीटर की दूरी पर मोतिहारा नदी के उस पार है. कपरजोरा और आसपास के ग्रामीण बताते हैं कि वह अपने आपराधिक चरित्र के कारण बदनाम था. कपरजोरा की महिलाओं ने बताया कि उसके कारण महिलाएं नदी में स्नान करने जाने से कतराती थी. अकेली महिला पाकर वह अभद्र व्यवहार करता और गहने छीन लेता था.  

पुलिस मामले की कर रही है जांच : एसडीपीओ

इस संबंध में जरमुंडी एसडीपीओ शिवेंद्र ने कहा कि कपरजोरा गांव में मॉब लिंचिंग की घटना की जानकारी मिली है. चोरी की नियत से पहुंचे एक व्यक्ति की ग्रामीणों ने पेड़ से बांधकर पीट-पीट कर हत्या कर दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Also Read: Prabhat Khabar Special: बेड का गोदाम बना धनबाद का सदर अस्पताल! क्षमता 100 बेड की, भर्ती हैं सिर्फ 13 मरीज

Next Article

Exit mobile version