सांसद सुनील सोरेन व डॉ निशिकांत दुबे तथा विधायक बसंत सोरेन ने दिखायी दुमका-पटना एक्सप्रेस को हरी झंडी

डॉ निशिकांत ने कहा कि गोड्डा-पाकुड़ की प्रस्तावित रेललाइन बनती तो सुंदरपहाड़ी क्षेत्र का उसका अधिकांश हिस्सा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में पड़ता, इसके बावजूद काम नहीं हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 25, 2024 1:52 AM
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दुमका : झारखंड की उपराजधानी दुमका बुधवार से बिहार की राजधानी पटना तक के सीधी रेल सेवा से जुड़ गया. दुमका रेलवे स्टेशन से 18333 दुमका-पटना एक्सप्रेस काे स्थानीय सांसद सुनील सोरेन, गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे, दुमका के विधायक बसंत सोरेन और डीआरएम चेतनानंद सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान सासंद सुनील सोरेन ने इस ट्रेन की सौगात देने के लिए क्षेत्र की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेलमंत्री अश्विन वैष्णव के प्रति आभार जताया. इस अवसर पर अपने संबोधन में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि विकास के मामले में दुमका ही नहीं पूरा संताल परगना उपेक्षित रहा है. खास तौर पर संताल परगना क्षेत्र में कई नयी रेल परियोजनाएं इसलिए अधर में लटकी है, क्योंकि झारखंड सरकार उसे लेकर गंभीर नहीं है. कई योजना की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दे दी है, इसके बावजूद वह धरातल पर अगर नहीं उतर पा रही है, तो इसकी वजह झारखंड सरकार का असहयोगात्मक रवैया है. उन्होंने कहा : दुमका की परियोजना इसलिए पूर्ण हुई क्योंकि मुख्यमंत्री रहते बाबूलाल मरांडी ने 67 प्रतिशत पैसा दिया. दुमका-नाला-जामताड़ा के अलावा गोड्डा-पाकुड़ , गिरिडीह-पारसनाथ नयी रेल लाइन परियोजना का उदाहरण देते हुए कहा कि इसकी स्वीकृति रेल मंत्रालय ने दे दी है, पर यह अटकी पड़ी है, क्योंकि झारखंड सरकार इसमें अपना अंशदान नहीं देना चाहती.

गोड्डा-पाकुड़ रेललाइन में सुंदरपहाड़ी का क्षेत्र भी शामिल

डॉ निशिकांत ने कहा कि गोड्डा-पाकुड़ की प्रस्तावित रेललाइन बनती तो सुंदरपहाड़ी क्षेत्र का उसका अधिकांश हिस्सा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में पड़ता, इसके बावजूद काम नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि गोड्डा-पीरपैंती की नयी रेल परियोजना इसलिए पूरी होने जा रही है, क्योंकि हमने हाथ जोड़कर प्रयास किया. मंत्री अश्विनी वैष्णव का प्यार था कि उन्होंने इसकी मंजूरी दी और केंद्र ने इसे पूरा कराने का प्रयास किया. जसीडीह रेलवे स्टेशन पर देवघर आने वाले हजारों यात्री प्रतिदिन उतरते हैं, वहां एक और इंट्री गेट की आवश्यकता है, पर वह इसलिए नहीं बन पा रही है क्योंकि राज्य सरकार वहां रेलवे से एक एकड़ जमीन देने के लिए 57 करोड़ रुपये का डिमांड कर रही है. इतनी महंगी जमीन तो मुंबई और लंदन में भी नहीं है.

दुमका से जामताड़ा व गोड्डा नयी रेललाइन बनाने की है मांग : सुनील सोरेन

सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि दुमका राजस्व देने के मामले में आगे है और इस दृष्टिकोण से यहां रेल सुविधाओं को लेकर भागीदारी सुनिश्चित कराने की मांग रखी है. उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में दुमका को और भी ट्रेन मिलनेवाली है. उन्होंने बताया कि सांसद बनने के बाद उन्होंने अपने क्षेत्र में 15 ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित कराया है. दुमका से जामताड़ा, दुमका से काठीकुंड होते हुए पाकुड़ व दुमका से रामगढ़ होते हुए गोड्डा नयी रेल लाइन के लिए भी आग्रह किया है. इन मांगों को रेलमंत्री ने भी गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि काेयला डंपिंग यार्ड दूसरी जगह जायेगा.

विकास मामले में दुमका की हुई है उपेक्षा : बसंत सोरेन

दुमका-पटना एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर आये दुमका के झामुमो विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि भले ही दुमका राज्य की उपराजधानी है, पर विकास के मामले में हमेशा इसकी उपेक्षा हुई है. मूलभूत सुविधाएं यहां विकसित नहीं हो पायी हैं. हमलोग प्रयास कर रहे हैं कि दुमका का सर्वांगीण विकास हो. उन्होंने कहा कि यातायात की सुविधा किसी भी जिला-राज्य विकास के मामले में काफी मायने रखती है. हमें आशा और उम्मीद है कि आज की यह सौगात आगे भी विकास यात्रा के रूप में जारी रहेगी. कार्यक्रम को वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक शशि भूषण सिंह एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद शर्मा ने भी संबोधित किया. मौके पर पूर्व विधायक देवेंद्र कुंवर, भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री अमिता रक्षित, अमरेंद्र सिंह मुन्ना, विवेकानंद राय, नीतू झा, अजय पाठक आदि मौजूद थे.

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