उपराजधानी दुमका में 45 वें झारखंड दिवस में शिरकत करने के लिए राज्य के नये मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पहुंचे गये हैं. हालांकि पहली बार सोरेन परिवार के बिना झारखंड दिवस मनाया गया. इसमें न तो शिबू सोरेन आये और न ही उनके परिवार का कोई सदस्य. समारोह में झामुमो नेताओं के निशाने पर केंद्र सरकार और इडी, सीबीआइ जैसी जांच एजेंसियां रही. सभा में नेताओं ने भाषण में आक्रोश का इजहार करते हुए कहा कि हमारे नेता हेमंत सोरेन को षड्यंत्र के तहत फंसाकर जेल भेज दिया गया है. लेकिन वे डरने वाले नहीं है, लड़ने वाले नेता हैं. क्योंकि दिशोम गुरु ने लड़कर झारखंड लिया. नेताओं ने कहा कि झारखंड में अस्थिरता के लिए केंद्र की सरकार और भाजपा जिम्मेवार है. अच्छा काम कर रहे हेमंत सरकार को येन- केन-प्रकारेण हटाया गया.
राजमहल सांसद ने कहा- शेर को ज्यादा दिन तक पिंजरे में नहीं रखा जा सकता : विजय हांसदा
झामुमो के राजमहल लोकसभा सांसद विजय हांसदा ने कहा है कि शेर काे थोड़ी देर के लिए ही पिंजरे में कैद किया सकता है. शेर को पिंजरे में कैद करने के प्रयास में भाजपा काफी दिनों से लगी हुई थी. भले ही वह उसमें सफल हुई है, लेकिन शेर को ज्यादा देर तक पिंजरे में नहीं रखा जा सकता. सांसद हांसदा ने कहा कि जितनी गलती भाजपा करेगी, उतना ही झामुमो और हेमंत सोरेन मजबूत होंगे. आम झारखंडी का अपमान, यहां के आदिवासी-मूलवासी का अपमान, चुनी हुई सरकार का अपमान जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. हम लड़ेंगे, जीतेंगे.
पूर्व स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा जब-जब संघर्ष की स्थिति में आयी है, पार्टी को मजबूती मिली है. श्री भोक्ता ने कहा कि निश्चित तौर पर हमारे नेता के उपर जो संकट की स्थिति पैदा की गयी है, उसकी भरपाई के लिए विपक्षी दल को भुगतना पड़ेगा और झामुमो और मजबूत बनकर उनके सामने डटी रहेगी.
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