दुमका. सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में शुक्रवार से नीड बेस्ड असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू होगी. पहले दिन बांग्ला, उर्दू, संस्कृत और भूगोल विषय के लिए साक्षात्कार होगा. झारखंड सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जारी यूजीसी रेगुलेशन 2018 के अनुसार उक्त विषयों के लिए शॉर्टलिस्ट किये गये अभ्यर्थियों की सूची विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी गयी है. बांग्ला विषय में 6, उर्दू में 2, संस्कृत में 2 और भूगोल में 12 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है. साक्षात्कार के लिए स्थल विश्वविद्यालय मुख्यालय के प्रशासनिक भवन-1 निर्धारित किया गया है. विश्वविद्यालय ने 17 विषयों में कुल 273 पदों के लिए 518 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया है, जिनकी साक्षात्कार प्रक्रिया 5 से 24 जुलाई तक चलेगी. साक्षात्कार कार्यक्रम एवं अन्य सूचनाओं को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर अधिसूचना अपलोड कर दी गई है. उक्त अधिसूचना के अनुसार अभ्यर्थियों को सभी मूल कागजात एवं आधार कार्ड के साथ निर्धारित तिथि को सुबह 9 बजे साक्षात्कार स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है. विश्वविद्यालय को आरक्षित वर्ग में योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे: विश्वविद्यालय को आवश्यकता आधारित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए कई विषयों में आरक्षित कोटि के योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं. सबसे खराब स्थिति विज्ञान विषयों में है. विश्वविद्यालय की ओर से जारी मेधा सूची के अनुसार बांग्ला विषय में एससी, एसटी व ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए कुल चार सीटें आरक्षित हैं, जबकि योग्य आवेदकों की संख्या शून्य है. वनस्पति विज्ञान में एससी व इडब्ल्यूएस के लिए कुल तीन सीटें आरक्षित हैं, जबकि योग्य आवेदकों की संख्या शून्य है. रसायन विज्ञान में एससी, एसटी, ओबीसी व इडब्ल्यूएस के लिए कुल 14 सीटें आरक्षित हैं, जबकि योग्य उम्मीदवारों की संख्या शून्य है. अंग्रेजी में एससी के लिए चार सीटें आरक्षित थीं, जसमें एक ही आवेदक योग्य पाया गया. गणित में एसटी के लिए सात सीटों के विरुद्ध मात्र दो तथा एससी एवं इडब्ल्यूएस के लिए चार सीटों के विरुद्ध शून्य आवेदन है. भौतिकी में एससी, एसटी व इडब्ल्यूएस के लिए कुल 11 सीटों के विरुद्ध शून्य आवेदक हैं. संस्कृत में एसटी के लिए आरक्षित तीन सीटों के विरुद्ध मात्र एक तथा बीसी-वन की एक सीट के विरुद्ध शून्य योग्य अभ्यर्थी मिले हैं. संताली में एससी, एसटी, बीसी और इडब्ल्यूएस के लिए छह सीटों के विरुद्ध केवल एक योग्य उम्मीदवार मिला, जबकि जूलॉजी में इडब्ल्यूएस सीट के विरुद्ध शून्य आवेदक हैं. विभिन्न विषयों में कुल 2977 अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन याद हो कि विज्ञापन के तहत अंतिम तिथि तक विभिन्न विषयों में कुल 2977 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था. नियुक्ति प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा नोडल समिति एवं तीन आवेदन जांच समितियों का गठन किया गया था. समितियों ने सभी आवेदनों की जांच कर उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर आवेदकों के शैक्षणिक अंक निर्धारित कर आपत्ति दर्ज करने के लिए कुछ दिन पूर्व विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया था. आपत्ति दर्ज करने की अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद विश्वविद्यालय ने कुल रिक्तियों से पांच गुना अधिक आवेदकों को शॉर्टलिस्ट कर दस्तावेज सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय बुलाया और अब विश्वविद्यालय ने उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, झारखंड सरकार, रांची द्वारा अधिसूचित यूजीसी विनियम 2018 के अनुसार दस्तावेज सत्यापन के लिए उपस्थित आवेदकों की संख्या से तीन गुना अधिक आवेदकों को साक्षात्कार के लिए बुलाया है. अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के लिए गठित नोडल कमेटी को कुछ अभ्यर्थियों के आवेदन आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध न होने के कारण कई स्तर पर जांच के बाद आवेदन रद्द करना पड़ा. एक ओर जहां विश्वविद्यालय को कई विषयों में आरक्षित वर्ग से योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आरक्षित वर्ग के कई मेधावी अभ्यर्थियों ने अनारक्षित कोटे से मेरिट में अपना स्थान सुरक्षित किया है, जिनकी नियुक्ति अनारक्षित कोटे अथवा उनके कोटे में हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है