दुमका में भारत बंद के दौरान बंद रही शहर की अधिकांश दुकानें, समर्थकों ने चौक-चौराहों पर किया चक्का जाम, 250 से ज्यादा बसों का परिचालन भी प्रभावित
विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भारत बंद को कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिला. दुमका में अधिकांश दुकानें बंद रहीं. चौक-चौराहों पर बंद समर्थक डटे रहे, ऐसे में वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा.
प्रभात खबर टोली, दुमका.एससी एसटी के आरक्षण में वर्गीकरण पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के विरोध में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया. इस बंद को कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिला. दुमका में इस दौरान अधिकांश दुकानें बंद रहीं. चौक-चौराहों पर बंद समर्थक डटे रहे, ऐसे में वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा. इक्का-दुक्का जो भी दुकानें शहर में खुली थी, उसके शटर बंद समर्थकों ने गिरवा दिये. बंद के आंदोलन को सफल बनाने में सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर दोपहर तक डटे रहे. दुमका में प्रमुख सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलावा उनके सहयोगी दल राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता शहर में घूम-घूमकर दुकानों को बंद कराते नजर आए, जबकि आदिवासी छात्र और भीम आर्मी के सदस्य फूलो झानो चौक पर डटे रहे. वहीं आदिवासी सेंगेल अभियान और आदिवासी क्रांति सेना के सदस्य टावर चौक के पास मार्ग अवरुद्ध कर सड़कों पर बैठे थे. फूलो झानो चौक पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. तमाम बसें बस पड़ाव में खड़ी थीं. सुबह सात बजे के बाद बस पड़ाव में ही बसें खड़ी रहीं. संताल परगना मोटर परिवहन यूनियन के अध्यक्ष अरुण सिंह के मुताबिक जिले में लगभग 250-260 बसों का परिचालन प्रभावित रहा. सुबह केवल 24-25 बसें चलीं. हालांकि ट्रेन का आवागमन सुचारू रूप से जारी रहा.
दरअसल सर्वोच्च न्यायालय ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर फैसला सुनाते हुए कहा था कि ””सभी एससी और एसटी जातियां और जनजातियां एक समान नहीं हैं. कुछ जातियां अधिक पिछड़ी हो सकती हैं. उदाहरण के लिए साफ-सफाई और बुनकर का काम करने वाले ये दोनों जातियां एससी में आती हैं, लेकिन इस जाति के लोग बाकियों से अधिक पिछड़े रहते हैं. इन लोगों के उत्थान के लिए राज्य सरकारें एससी-एसटी आरक्षण का वर्गीकरण कर अलग से कोटा निर्धारित कर सकती है. ऐसा करना संविधान के आर्टिकल-341 के खिलाफ नहीं है.”” दुमका में बंद बिल्कुल शांतिपूर्ण रहा. कहीं से कोई तोड़फोड़ या हिंसा की खबर नहीं आयी. कहीं किसी की गिरफ्तारी की भी खबर नहीं है.नोनीहाट में भीम आर्मी-जेएमएम कार्यकर्ताओं ने रोड जाम किया :
नोनीहाट.
भीम आर्मी व सत्ताधारी जेएमएम के कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ भारत बंद के आंदोलन को स्थानीय स्तर पर सफल बनाया. दुमका-भागलपुर मार्ग पर नोनीहाट में प्लस टू उच्च विद्यालय नोनीहाट के समीप रोड जाम किया, जिसका नेतृत्व आजाद समाज पार्टी के दुमका जिला अध्यक्ष सनत हेंब्रम एवं जेएमएम के कोषाध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने किया. यह रोड जाम सुबह 6:00 बजे से लेकर अपराह्न 2:15 बजे तक रहा. जाम के दरमियान सत्ताधारी कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े के साथ रोड पर डटे रहे. इस दौरान संविधान से खिलवाड़ करना बंद करो. निकलो बाहर मकानों से, जंग लड़ो बेईमानों से…, तानाशाही शासन होश में आओ…, संविधान बचाओ आरक्षण बचाओ…. के नारे भी लगाये. बंद का असर नोनीहाट के यज्ञ मैदान में सब्जी मंडी पऱ भी दिखा. किसी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए हंसडीहा थाना प्रभारी संजय कुमार सुबह से ही पुलिस बल के संग तैनात थे. मौके पर दिलीप दास, रावण दास, कुलदीप दास, अजय दास, मंटू दास, बबलू दास, भवेश दास, प्रमोद दास, परमेश्वर दास, फंटूश दास, शंकर दास, शैलेश चौड़े, जियालाल टुडू आदि मौजूद थे.जरमुंडी व चोरडीहा में झामुमो-बसपा ने देवघर-दुमका रोड को किया जाम :
बासुकिनाथ.
बंद का असर बासुकिनाथ मेला क्षेत्र एवं जरमुंडी मुख्य बाजार में देखने को नहीं मिला यहां सभी दुकानें खुली हुई थी. पर जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र में दो मुख्य सड़क पर अलग-अलग जगह जाम करके भारत बंद का समर्थन किया गया. पांचू दास के नेतृत्व में मोदी मोड़ जरमुंडी में वाहनों के आवागमन को रोककर सड़क जाम करा दिया गया. विरोध में जमकर नारेबाजी की गयी. जाम के कारण बासुकिनाथ पूजा करने जानेवाले श्रद्धालुओं को परेशानी हुई. इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने जाम हटाने की बात कही. जाम स्थल पर पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल ने कांवरियों के सुविधार्थ सभी लोगों से जाम हटाने की बात कही. श्रद्धालु पैदल ही मंदिर तक जाने लगे. करीब एक घंटे के जाम के बाद जाम हटा लिया गया. वाहनों का आवागमन शुरू हुआ. जाम में फंसे यात्रियों ने राहत महसूस की. वहीं तालझारी थानान्तर्गत सहारा पंचायत के अंबेडकर नगर चोरडीहा में बसपा व भीम आर्मी के नेता व कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के समर्थन में धरना प्रदर्शन व रोड जाम किया. मौके पर पूर्व जिप सदस्य चंद्रशेखर यादव, समाजसेवी बलराम दास, जरमुंडी विधानसभा प्रभारी बीएसपी संजय असंगा, भीम आर्मी जिला अध्यक्ष निरंजन दास, जरमुंडी विधानसभा सचिव बसपा अरविन्द दास, भीम यादव वार्ड सदस्य दिनेश दास, नरेश यादव, पालटू राय, बसपा प्रखंड अध्यक्ष महादेव दास, संतोष दास, श्याम राय, डब्लू दास, छोटेलाल दास, दसरथ दास, रामेश्वर यादव, सुनील कुर आदि मौजूद थे.शिकारीपाड़ा में क्रशर इंडस्ट्री पर असर, सड़क भी रहा जाम :
रानीश्वर.
एससी व एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर भारत बंद के तहत झामुमो, भाकपा-माले आदि पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने दुमका-रामपुरहाट मुख्य सड़क पर काठीकुंड मोड़ शिकारीपाड़ा में सड़क जाम कर दिया. साथ ही जाम समर्थकों द्वारा शिकारीपाड़ा बाजार भी बंद कराया गया. इस दौरान जाम समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. सड़क जाम होने से वाहनों की आवागमन बंद हो गयी तथा दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गयी. इस बंदी का क्रशर इंडस्ट्री पर भी व्यापक असर पड़ा. न तो स्टोन चिप्स की ढुलाई हो सकी और ही खदान से बोल्डर माइंस तक पहुंचे. जाम की सूचना पर सीओ कपिलदेव ठाकुर, बीडीओ एजाज आलम व थाना प्रभारी इंस्पेक्टर हरि प्रसाद साह जाम स्थल पर पहुंचे. जाम समर्थकों को समझाने-बुझाने के उपरांत करीब 4 बजे जाम को हटाया गया तथा वाहनों की आवागमन चालू करवा दिया गया. मौके पर भाकपा माले के प्रखंड सचिव सुभाष मंडल, झामुमो के मनोज मुर्मू, चंदो बास्की सहित झामुमो के कार्यकर्तागण शामिल थे.हंसडीहा में भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में सड़क जाम व प्रदर्शन :
हंसडीहा .
हंसडीहा देवघर एनएच-133 पर पगवारा के समीप बुधवार को भीम आर्मी एवं झामुमो के समर्थन के साथ सुप्रीम कोर्ट के विरोध में भारत बंद में सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इसमें सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी को क्रीमीलेयर के दायरे में लाने के विरोध में भारत बंद में सैकड़ों लोग स्थानीय स्तर पर शामिल हुए. भारत बंद का यह आंदोलन सुबह सुबह सामान्य ही था, लेकिन दिन चढ़ने के साथ प्रदर्शनकारियों का आक्रोश भी भीड़ के रूप में सड़कों पर बढ़ता गया. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने वाहनों के आवागमन को रोक दिया. लोग बीच रोड पर बैठ गये. उग्र बंंद समर्थकों ने दुकानों को भी बंद कराया. विरोध प्रदर्शन में लगभग पांच घंटे तक सड़क जाम रहा. छोटी-छोटी वाहनों के साथ यात्री बस व भारी वाहन भी काफी संख्या में फंसे रहे. बंद के दौरान झामुमो की ओर से प्रखंड अध्यक्ष सरैयाहाट देवलाल बेसरा, प्रखंड सचिव मुर्तजा अंसारी, राजेश चौधरी, कृष्णमोहन जायसवाल, विष्णु भंडारी, मुख्तार अंसारी, महेंद्र सोरेन, सुभाष मुर्मू, अरुण कुमार, लालू अंसारी, मटर हेम्ब्रम, प्रभाकर मिश्रा, बीरबल दास, मंटू दास, बिक्रम दास, अवधेश बोध सहित महिला के साथ साथ सैकड़ों कार्यकर्ता व समर्थक मौजूद थे.काठीकुंड में भी बंद रहा असरदार :
काठीकुंड.
भारत बंद के तहत काठीकुंड में भी जेएमएम कार्यकर्ताओं द्वारा साहिबगंज-गोविंदपुर मुख्य मार्ग को जाम रखा गया. सुबह सात बजे से ही बंद समर्थकों द्वारा काठीकुंड गांधी चौक पर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया था. बंद समर्थकों में मौजूद सांसद प्रतिनिधि जोन सोरेन ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वर्गीकरण से असमानता भाव पनपेगा और इस बंदी द्वारा हमने अपने विरोध को जताया है. न्यायालय को इस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है. बंद समर्थकों द्वारा दुकानदारों से दुकानों को बंद रखने की भी अपील की गयी थी. आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर दुकानदारी, यातायात पूरी तरह प्रभावित रही. कई किलोमीटर तक कोयला वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. भारत बंद के समर्थन में झामुमो प्रखंड सचिव सिमोन टुडू, जेएमएम धावाडंगाल पंचायत अध्यक्ष जीवनेश सोरन, वरिष्ठ कार्यकर्ता रवींद्रनाथ लाहा, पार्थों मंडल, मानवेल मुर्मू, इम्तियाज अंसारी, जबीर अंसारी के साथ दर्जनों जेएमएम कार्यकर्ता मौजूद थे.भारत बंद का रानीश्वर में रहा मिला जुला असर :
रानीश्वर.
भारत बंद का रानीश्वर में मिला-जुला असर रहा. हालांकि प्रतिदिन की तरह सड़कों पर यात्री बसें व अन्य वाहनों का आवागमन जारी रहा. स्कूल, सरकारी कार्यालय आदि खुले रहे. बुधवार को लगने वाले महेषबाथान का साप्ताहिक हटिया भी लगा. बंगाल से भी व्यापारी पहुंच कर मवेशी खरीद-बिक्री की. हालांकि दोपहर को जेएमएम के कार्यकर्ता दुमका सिउड़ी मुख्य सड़क को रघुनाथपुर मोड़ पर जाम कर यातायात बाधित किया. सड़क जाम करने वालों में जेएमएम के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष विनोद राणा, लालू शेख, जीवन मंडल, जीशु वास्की, अनिल मरांडी, रासु गोस्वामी, बसीर, सुभाष हेम्ब्रम आदि शामिल थे. थाना प्रभारी बलराम कुमार सिंह ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण रहा.गोपीकांदर में भारत बंद का रहा असर :
गोपीकांदर.
एससी-एसटी आरक्षण मुद्दे को लेकर बुधवार को गोपीकांदर के गुम्मामोड़ में झामुमो कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम कर दिया. कार्यकर्ताओं ने सड़क पर वाहनों को रोककर जाम कर दिया. कार्यकर्ताओं ने झामुमो और शिबू सोरेन जिंदाबाद के नारे लगाये. झामुमो कार्यकर्ता सह जाम समर्थक कुबराज बेसरा ने बताया कि आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. चक्का जाम आज रात आठ बजे तक रहेगा. बता दें कि गोपीकांदर में चक्का जाम का असर मिला-जुला रहा. गोपीकांदर, कारुडीह मोड़ और खरौनी बाजार में बंदी का असर नहीं दिखा. दुकानें खुली रही. वाहन का आवागमन होता रहा. जाम स्थल पर आमड़ापाड़ा झामुमो विधायक प्रतिनिधि अमित भगत, सुलेमान हांसदा, अमरनाथ भगत, दशरथ भगत, समियाल मुर्मू सहित कार्यकर्ता शामिल थे.मसलिया में दुमका-नाला व साहिबगंज-गोबिन्दपुर रोड रहा जाम :
मसलिया.
एससी-एसटी के आरक्षण में वर्गीकरण पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के विरोध में भारत बंद का मसलिया में भी व्यापक असर देखने को मिला. दुमका-नाला मुख्य मार्ग के लखियाडीह मोड़ व दलाही में झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष बासुदेव टुडू के नेतृत्व में भारत बंद को लेकर सड़क जाम रखा गया. वहीं गोबिन्दपुर-साहिबगंज मुख्य पथ के रानीघाघर में झामुमो प्रखंड सचिव अशीत वरण गोलदार एवं लहरजोरिया चौक में आदिवासी युवा संगठन के अध्यक्ष शिवनाथ बेसरा के नेतृत्व में भारत बंद को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. सुबह से ही सड़क जाम रहा. सड़क के दोनों छोर में छोटे-बड़े वाहन फंसे रहे. सिर्फ इमरजेंसी सेवा वाले वाहनों का आवागमन हो रहा था. हालांकि दुकानें खुली थी. इमरजेंसी सेवा चालू थी. बंद के समर्थन में सत्ताधारी दल और संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा था. प्रखंड अध्यक्ष बासुदेव टुडू ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भारत बंद का खुलकर समर्थन किया है. मसलिया में भी बंद को सफल बनाने सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे रहे. मौके पर निशित वरण गोलदार, जयदेव दत्ता, दिलीप हेम्ब्रम, प्रकाश सेन, प्रभु राय, दिनेश झा, जयदेव किस्कू, उमेश मोदी, निखिल दास, लखिन्द्र मंडल, सुनील यादव, श्रीमान मरांडी, जयप्रकाश यादव, संतोष राणा, अमित मरांडी आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.भारत बंद के आह्वान का रामगढ़ में नहीं पड़ा कोई असर :
रामगढ़.
एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने की संभावना पर विचार करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरोध में विभिन्न संगठनों द्वारा बुधवार को बुलाए गए भारत बंद का रामगढ़ में कोई असर नहीं पड़ा. रामगढ़, सिंदुरिया, ठाड़ीहाट, महूबना, डांडो आदि के बाजार आम दिनों की तरह खुले रहे. सरकारी कार्यालय, बैंक, आंगनबाड़ी केंद्र तथा विद्यालय में उपस्थिति सामान्य रही. विभिन्न सड़कों पर छोटी गाड़ियों की आवाजाही आम दिनों की तरह होती रही. बाहर से आने वाली बसों एवं भारी मालवाहक गाड़ियों का आवागमन सामान्य से कम रहा. झारखंड मुक्ति मोर्चा सहित इंडी गठबंधन में शामिल विभिन्न दलों ने बंद को सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की थी. लेकिन उनमें से किसी भी दल के राजनीतिक कार्यकर्ता बंद कराने को लेकर सड़क पर नहीं उतरे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है