प्रचंड धूप व लू से बीमार पड़ रहे लोग, पीजेएमसीएच में दोगुने हो गये मरीज
मौसम के मिजाज में बदलाव के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर भी शुरू हो गया है. पिछले कुछ दिनों से पीजेएमसीएच दुमका की ओपीडी में बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
दुमका नगर. मौसम के मिजाज में बदलाव के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर भी शुरू हो गया है. पिछले कुछ दिनों से फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा पेट दर्द, कमर दर्द, उल्टी और पेट खराब के मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. अस्पताल के मेडिसिन ओपीडी में प्रत्येक दिन 125 से 175 मरीज हर दिन इलाज कराने पहुंच रहे हैं. पहले की अपेक्षा गर्मी के बढ़ने से ओपीडी में करीब 100 प्रतिशत मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है यानी मरीजों की संख्या लगभग दुगुनी हो गयी है. ओपीडी में प्रतिदिन 700 से 800 मरीजों का इलाज किया जाता है. इतना इमरजेंसी में भी जेनरल मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. गर्मी के साथ-साथ तापमान बढ़ने से लोग लू यानी हीटस्ट्रोक का शिकार हो रहे हैं. हीट स्ट्रोक का मुख्य कारण तेज धूप या अत्यधिक गर्मी होता है, लेकिन इसके अलावा हीट स्ट्रोक के और भी कई कारण होते हैं. गर्मी के दिनों में या तेज धूप में काम करने से चक्कर, दस्त, बुखार का होना भी हीट स्ट्रोक की वजह बनता है.
हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए बना 10 बेड का वार्ड :
इस भीषण गर्मी में लू लगने की आशंका अधिक होती है. लू संक्रमित मरीजों को तुरंत उपचार की आवश्यकता है. इससे निबटने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा पुराना सदर अस्पताल भवन में 10 बेड का हीट स्ट्रोक वार्ड बनाया गया है. इसमें आवश्यक सारी सुविधाएं दी गयी है. मरीजों के लिए वार्ड में ओआरएस के साथ-साथ सभी प्रकार की जीवनरक्षक दवा उपलब्ध है.
पीजेएमसीएच के ऑर्थो वार्ड में नहीं है एसी की सुविधा :
मरीजों को गर्मी से राहत देने के लिए वार्ड से लेकर कार्यालय तक में एसी लगाया गया है. पर थर्ड फ्लोर पर बने ऑर्थो वार्ड में एसी की सुविधा नहीं है. वहां सीलिंग फैन ही है. ऊपरी तल रहने की वजह से वहां दिन में मरीजों का रह पाना मुश्किल हो रहा है. पीजेएमसीएच में वार्ड एवं कार्यालयों में 100 से अधिक एसी लगे हुए हैं. वर्तमान में छह एसी बंद हैं. गर्मी का असर खासकर मेडिसिन और ऑर्थो वार्ड में देखा जाता है. यह वार्ड सेकेंड और थर्ड फ्लोर में रहने के कारण मरीजों को अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ता है.
————————-पीजेएमसीएच में आवश्यक सभी जीवनरक्षक दवा उपलब्ध है. मरीजों को गर्मी से राहत मिले इसलिए सभी वार्ड, ओपीडी, इमरजेंसी व कार्यालयों में एसी लगा दिया गया. तकनीकी कारणों से जो एसी बंद हैं, उसकी मरम्मत करने का निर्देश दे दिया गया है. हीट स्ट्रोक से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. जहां केवल हीट स्ट्रोक के मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जायेगा. बिजली के अलावा इनवर्टर व जेनरेटर की सुविधा उपलब्ध है. जल्द ही ऑर्थो वार्ड में एसी लगा दिया जायेगा.
– डॉ अनुकरण पूर्ति, सुपरिटेंडेंट, पीजेएमसीएच, दुमका
———————सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक ओपीडी में मरीजों की संख्या
महिला ओपीडी-संख्या17 अप्रैल- 111
18 अप्रैल- 17619 अप्रैल- 185
20 अप्रैल- 16322 अप्रैल- 202
23 अप्रैल- 24024 अप्रैल- 262
25 अप्रैल- 232………………
पुरुष ओपीडी-संख्या17 अप्रैल- 154
18 अप्रैल- 20719 अप्रैल- 229
20 अप्रैल- 24322 अप्रैल- 299
23 अप्रैल- 26424 अप्रैल- 187
25 अप्रैल- 221डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है