शिकारीपाड़ा. प्रखंड के पुड़पहाड़, बेहड़ापहाड़ी व खिजुरिया के बीच पहाड़ी व घाटियों की प्राकृतिक नजारे की अवलोकन को लेकर पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. दुमका-रामपुरहाट मुख्य मार्ग पर चायपानी मोड़ से तथा आसनबनी हरिपुर सड़क पर पुडपहाड़ मोड़ तक करीब 14 किमी है. यात्रा का मार्ग रोमांचक व मनोरम दृश्यों से परिपूर्ण है. पुडपहाड़, बेहड़ापहाड़ी, खिजुरिया क्षेत्र में एक ओर पहाड़ियां व दूसरी ओर घाटियां तथा बीच बल खाती सड़क दार्जलिंग जैसी दृश्य प्रस्तुत करती है, जिससे प्रखंड व पर्यटकों के बीच मिनी दार्जिलिंग की उपनाम से प्रसिद्ध है, जहां पर्यटक रोमांच व यादगारी के लिए परिजनों व मित्रों के साथ सेल्फी लेते हैं. प्रकृति की अद्भुत नजारों को कैमरे में कैद करते है.यह क्षेत्र पहाड़ियों व घाटियों के बीच प्रकृति वातावरण में समय व्यतीत करनेवालों के लिए आदर्श स्थल प्रस्तुत करती है. कैसे पहुंचते हैं सैलानी जिला मुख्यालय से करीब 32 किमी दूर दुमका-रामपुरहाट मुख्य सड़क (एनएच114 ए) पर चायपानी मोड़ से पांच किमी दूर खिजुरिया, बेहड़ापहाड़ी पुड़पहाड़ जाया जा सकता है. आसनबनी-हरिपुर सड़क पर पुड़पहाड़ मोड़ से करीब दो किमी दूर है. पुड़पहाड़ मोड़ से हाटपाड़ा तक सड़क चकाचक है, पर दुमका-रामपुरहाट पर चायपानी मोड़ से हाटपाड़ा तक करीब पांच किमी पक्की सड़क जर्जर स्थिति में है. प्राकृतिक परिवेश में वनभोज मनाने के लिए आनेवाले पर्यटकों को अपने साथ राशन पानी आदि आवश्यक सामानों के साथ आना होगा.
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