Lead News : गांव तक पहुंचने के लिए बने सड़क, गर्मी से पहले पेयजल की समस्याओं का हो समाधान
प्रखंड की गोबिंदपुर पंचायत के डुमरा गांव में सोमवार को प्रभात खबर संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें उपस्थित ग्रामीणों ने गांव की सबसे बड़ी समस्या जर्जर सड़क व पेयजल संकट को उजागर किया.
मांग. प्रभात खबर आपके द्वार में डुमरा के ग्रामीणों ने सुनायी समस्याएं, कहा
65 घरों तक जलापूर्ति पहुंचानेवाली योजना सालभर से है ठपप्रतिनिधि, रानीश्वर
प्रखंड की गोबिंदपुर पंचायत के डुमरा गांव में सोमवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें उपस्थित ग्रामीणों ने गांव की सबसे बड़ी समस्या जर्जर सड़क व पेयजल संकट को उजागर किया. बताया कि मसानजोर डैम से कोलारकोंदा दिगुली ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन बिछाकर गांव में करीब 65 घरों में पाइपलाइन से कनेक्शन दिया गया था. करीब एक साल तक जलापूर्ति होने के बाद योजना ठप हो गयी है. पाइपलाइन से दोबारा जलापूर्ति चालू कराने की मांग जिला प्रशासन व झारखंड सरकार से की गयी थी. फिर भी स्थिति जस-की तस बनी रही. इसके बाद गांव में सोलर संचालित पांच जगहों पर जलमीनार लगायी गयी, जिनमें से फिलहाल दो जलमीनार से जलापूर्ति हो रही है. मल्लिक टोला व मस्जिद टोला में जलमीनार से जलापूर्ति बंद है. अंसारी टोला की जलमीनार से बहुत ही कम पानी निकल रहा है. गांव के विभिन्न टोले में चापानल भी खराब होकर बंद पड़ा है. गरमी का मौसम शुरू होनेवाला है. अभी से चापानल और जलमीनार दुरुस्त नहीं किये जाने पर गर्मी के दिनों पेयजल संकट उत्पन्न होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. दूसरी ओर प्रखंड मुख्यालय से डुमरा गांव तक पहुंचने के लिए पक्की व कच्ची सड़क है. दोनों ही सड़क की स्थिति जर्जर है. साल भर ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. पक्की सड़क कलाईबाड़ी से डुमरा गांव को जोड़ती है. करीब एक दशक पहले पक्की सड़क निर्माण कराया गया था. इसके बाद सड़क की मरम्मत नहीं कराये जाने से सड़क जर्जर हो गयी है. सड़क से पत्थर उखड़ गये हैं. दूसरी ओर मयुराक्षी नदी किनारे उच्चस्तरीय पुल के पास से कच्ची सड़क है. वह भी जर्जर स्थिति में है. ग्रामीणों को सड़क मजबूतीकरण के लिए विधायक तथा मुख्यमंत्री से भी मांग की है. फिर भी सड़क की स्थिति नहीं सुधारी गयी है. गांव में अपग्रेड हाइस्कूल भी है. बाहर से छात्र-छात्राओं को पैदल या साइकिल से आने-जाने में परेशानी होती है.क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण जलापूर्ति योजना फिर से गांव तक पाइप से जलापूर्ति शुरू कराये जाने से पेयजल समस्या का समाधान हो सकता है. सभी घरों में जलापूर्ति हो.
शेख सद्दाम गरमी से पहले चापानल व जलमीनार दुरस्त हो. इसकी व्यवस्था करनी चाहिए ताकि हम ग्रामीणों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े.दिल मोहम्मद कलाईबाड़ी से डुमरा तक एक दशक पहले पक्की सड़क बनी थी. इसके बाद सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी. ग्रामीणों को पैदल चलना भी मुश्किल है.
सूरज अंसारी गांव में मिडिल स्कूल व अपग्रेड हाइस्कूल भी है. दूसरे गांव से बच्चे पढ़ने आते हैं. सड़क जर्जर होने के कारण उन्हें परेशानी होती है. जल्द नयी सड़क बने.शेख मिलनसड़क मजबूतीकरण व पेयजल समस्या का समाधान के लिए हमलोगों ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराये हैं. सकारात्मक पहल प्रशासन करे.
शेख जवाहरलालमयुराक्षी नदी के उच्चस्तरीय पुल के पास से नदी किनारे होते हुए डूमरा गांव तक कच्ची सड़क है. नयी सड़क बनाने की व्यवस्था जल्द होनी चाहिए.
शेख मीनाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है