Jharkhand News: Expiry होने से पहले ही दुमका के जंगल में मिली कीमती दवाइयां, जलाने का भी हुआ प्रयास
दुमका के जंगल में कीमती दवाइयां फेंकी मिली है. इन दवाइयों में विटामिन के अलावा बच्चों के इंजेक्शन समेत कई अन्य है. वहीं, कई दवाइयों को जलाया भी गया है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने उपस्वास्थ्य केंद्र के एएनएम को स्टॉक मिलान का निर्देश दिया है.
Jharkhand News: दुमका जिले के मसलिया अंचल क्षेत्र स्थित कुसुमघाटा और केन्द्रघाटा सीमावर्ती मौजा के जंगल में कई दवाई और फेंकी मिली. वहीं, कई दवाइयों को जलाया भी गया. इसमें कई दवाइयां एक्सपायर भी नहीं हुई है. जंगल में इस तरह फेंके गये दवाइयों को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है.
एक्सपायरी से पहले कई कीमती दवाओं को जंगल में फेंका
बेहद कीमती दवाओं को सुनसान जंगल में फेंका गया है. लोगों की नजर पड़ी, तो होश उड़ गए. ग्रामीणों का कहना था कि इन दवाओं से सैकड़ों जरूरतमंदों की जिंदगी बच सकती थी. पैसे के अभाव में दवा न खरीद पाने से कितने मरीजों की जान चली जाती है, जबकि कुव्यवस्था, लापरवाही एवं गैर जिम्मेदार स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा लाखों की सरकारी दवाइयों काे फेंक दिया गया. दवाइयों को जलाकर सबूत मिटाने का प्रयास किया गया. फेंकी गयी दवाइयों पर वर्ष 2023 और 2024 की एक्सपायरी डेट छपी हुई थी.
पंजी से मिलान करने का निर्देश
जानकारी होने पर सीएचसी मसलिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह ने नजदीकी उपस्वास्थ्य केंद्र के एएनएम को तुरंत हिदायत दिया कि अपना स्टॉक मिलान करें. जांच के दौरान पंजी से मिलान नहीं होने पर कार्रवाई के लिए तैयार रहें. उन्होंने कहा कि एक्सपयारी दवा को भी प्रत्येक एचएससी सूचीबद्ध कर सीएचसी मसलिया को जमा करना है. जिसका निर्देश लिखित रूप से सभी एएनएम, पीएचसी एवं एचएससी के कर्मियों को दिया गया है.
विटामिन सहित कई दवाइयों को फेंका और जलाया
बता दें कि जनता के स्वास्थ्य के लिए सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कोई कमी ना हो, इसके लिए सरकार लाखों-करोड़ों की दवा उपलब्ध कराती है. फेंकी गयी दवाइयों में कैल्सियम विटामिन डी3, आइरन, निरोध, आयरन सिरप, एल्बेंडाजोल टैबलेट, बच्चाें के इंजेक्शन, पेरासिटामोल टैबलेट, केटरामोकसाजोज, एल्बेंडाजोल, सेटरामोक्स सिरप, गर्भनिरोधक गोली, यूरिन किट, गलब्स आदि शामिल थे.