बासुकिनाथ. झारखंड चिकित्सा और जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, द्वारा सीएचसी परिसर जरमुंडी में रोषपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया. प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी के विरोध में नारे लगाये. कर्मचारियों के शोषण के विरुद्ध में बैठक का भी आयोजन किया गया. इसमें कर्मचारियों के शोषण के विरुद्ध रणनीति बनायी गयी. डीसी एवं सिविल सर्जन से डॉ सुनील कुमार सिंह को जरमुंडी सीएचसी से हटाने की मांग सभी कर्मियों ने की. सीएचओ जयंती सोरेन, मेरी बिमला टुडू और सोनी उरांव ने बताया कि उसे पांच महीना से वेतन नहीं दिया गया है. कागजात में गड़बड़ी बताकर वेतन देने से मना किया जा रहा है. जीएनएम प्रिंसिला सोरेन ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह द्वारा जबरदस्ती अन्य कर्मी, जिसके बच्चे और पति भी साथ में रहते हैं, रूम शेयर करने का दबाव बना रहे हैं. आउटसोर्सिंग कर्मी विनोद कुमार को हाजिरी भी नहीं बनाने दिया जा रहा है. एएनएम चांदनी कुमारी 28 फरवरी 2023 को सीएचसी में योगदान किया, नवंबर 2023 तक वेतन दिया गया. उसके बाद से उसे न तो हाजिरी बनाने दिया जा रहा है और न वेतन दे रहा है. राजकीय अवकाश में भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा अवकाश नहीं दिया जाता है. कर्मियों ने बताया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बेवजह कई कर्मियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से छोटी-छोटी बातों पर स्पष्टीकरण निकालते हैं और इसका जबाव देने पर भी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं. कर्मी कालेश्वर मिर्धा का वर्ष 2022 का नवंबर, दिसम्बर महीना तथा वर्ष 2023 में जनवरी से अप्रैल महीना तक का वेतन नहीं दिया गया. कर्मचारी संघ ने निर्णय लिया कि उपरोक्त सारी बाते यह दर्शाता है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कर्मचारियों को भयादोहन एवं मानसिक प्रताड़ित कर कार्य कराना चाहते हैं. संघ ने यह निर्णय लिया कि जल्द से जल्द प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह को जरमुंडी के प्रभारी से हटाया जाए. ताकि सभी कर्मी भय मुक्त होकर कार्य कर सके. इस अवसर में ज़िला चिकित्सा संघ के कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार, चिकित्सा संघ के मीडिया प्रभारी सच्चिदानंद सोरेन, चिकित्सा संघ के जिला मंत्री कैलाश प्रसाद साह, जरमुंडी चिकित्सा संघ के प्रखंड मंत्री मनोज कुमार, अध्यक्ष अंजना भारती, शांति हेम्ब्रम, रीना पाल, चंद्रावती सिन्हा, इमन्विल हांसदा, बबलू कुमार, भूपेंद्र सिंह, संजीव कुमार, पंकज रजक, छोटे लाल, उषा कुमारी, आशा कुमारी, भूषण कुमार, नीलिमा कुमारी, सुशांति किस्कू, शांति हेम्ब्रम, सुनीति बास्की आदि उपस्थित थे.
कहते हैं एमओआइसी :
सीएचसी जरमुंडी में जितने भी स्टाफ हैं, डयूटी नहीं करना चाहते हैं. उनसे काम करवाया जा रहा है, इसी कारण कुछ न कुछ आरोप लगाकर हमें हटवाना चाहते हैं.
– डाॅ सुनील कुमार सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी B
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