लीड :: शहर में प्रवेश किए बिना निकल पायेंगी दूसरे जिले की गाड़ियां

उपराजधानी के रिंग रोड के बचे हुए सर्किल का काम जल्द शुरू होने वाला है. वर्तमान रिंग रोड आधे ही सर्किल पर बनी हुई है. बचे हुए आधे सर्किल पर सड़क निर्माण के लिए टेंडर निकला जा चुका है. लगभग ढाई साल में रिंग रोड का यह हॉफ सर्किल बनकर तैयार होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2024 7:09 PM

गुड न्यूज. चिगलपहाड़ी-रामपुर बायपास बनने से रिंग रोड का अधूरा सर्किल हो जायेगा पूरा, निकला टेंडर

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फोरलेन सड़क व मयुराक्षी नदी पर पुल के निर्माण में होंगे 231 करोड़ रुपये खर्चआनंद जायसवाल, दुमका

उपराजधानी के रिंग रोड के बचे हुए सर्किल का काम जल्द शुरू होने वाला है. वर्तमान रिंग रोड आधे ही सर्किल पर बनी हुई है. बचे हुए आधे सर्किल पर सड़क निर्माण के लिए टेंडर निकला जा चुका है. लगभग ढाई साल में रिंग रोड का यह हॉफ सर्किल बनकर तैयार होगा. यह अनुमानित व्यय केवल सिविल वर्क का है. यानी हाफ सर्किल के बनने से गोबिंदपुर-साहिबगंज रोड पर धनबाद, आसनसोल, जामताड़ा और दुर्गापुर जैसे इलाके से आने-जानेवाले वाहन, जिन्हें तारापीठ या रामपुरहाट आना-जाना होता है, वे अब चुटोनाथ के पास चिगलपहाड़ी से ही प्रस्तावित सड़क बाघाकोल, चोरकट्टा, दुमका एयरपोर्ट होते हुए रामपुर तक एनएच 114 ए में पहुंचेगी. अभी इन वाहनों को दुमका के श्रीअमड़ा- रिंग रोड- रामपुर होकर आवाजाही करनी होती है. पर जब बचे हुए सर्किल पर काम पूरा हो जायेगा. तब वाहनों की आवाजाही प्रस्तावित सड़क से करना ज्यादा सुगम होगा. यानी वे वाहन जिन्हें दुमका शहर में प्रवेश नहीं करना है, वे आनेवाले समय में बिना शहरी भीड़भाड़ व ट्रैफिक का सामना किये गंतव्य इलाके के लिए निकल पायेगी. अभी दुमका के वर्तमान बायपास गोबिंदपुर-साहिबगंज हाइवे, दुमका-भागलपुर रोड को कनेक्ट करते हुए एनएच 114 ए में दुमका-रामपुरहाट के रामपुर तक को कनेक्ट करती है.

इलाके की अहमियत बढ़ेगी और व्यवसायिक क्षेत्र का विस्तार होगा

मिली जानकारी के मुताबिक बायपास की यह प्रस्तावित सड़क वैसी ही फोर लेन की ही होगी, जैसा कि पहले से श्रीअमड़ा- रामपुर बायपास रिंग रोड का हिस्सा है. यानी इस नयी सड़क में भी बीच में डिवाइडर होगा. अभी बाघाकोल, चोरकट्टा, दुमका एयरपोर्ट के इलाके सड़कों से तो आच्छादित भले हैं, लेकिन रिंग रोड का पूरा सर्किल बन जाने से इस इलाके की अहमियत बढ़ेगी. व्यवसायिक क्षेत्र का भी विस्तार होगा. रोजगार व व्यवसाय के साधन विकसित होंगे. श्रीअमड़ा-रामपुर रिंग रोड की तरह इस प्रस्तावित सड़क पर भी तेजी से कारोबार फैलेगा. विभागीय स्तर से मिली जानकारी के मुताबिक पूरी परियोजना के सिविल वर्क में ही केवल 231 करोड़ रुपये के अनुमानित व्यय की संभावना है.

चोरकट्टा-नोनी को जोड़ने के लिए मयुराक्षी नदी पर बनेगा पुल

प्रस्तावित बायपास के निर्माण में 30 महीने यानी ढाई साल का वक्त लग जाने की उम्मीद है. रोड की लंबाई लगभग 10.36 किमी है. चूंकि यह सड़क बिल्कुल नयी बननी है, लिहाजा सड़क निर्माण के लिए भू-अर्जन भी किया जाना होगा. लगभग इस प्रोजेक्ट में 138 एकड़ जमीन का भू-अर्जन किया जाना है. इस महत्वाकांक्षी परियोजना की यह सड़क मयुराक्षी नदी से होकर भी गुजरेगी. ऐसे में वहां उच्चस्तरीय पुल का भी निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव है, जिसकी लंबाई लगभग आधा किलोमीटर होगी. 12 स्पेन वाले उच्चस्तरीय पुल का निर्माण नोनी व चोरकट्टा गांव के बीच होगा. यानी यह पुल इन दोनों गांवों को भी कनेक्ट करेगा.

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