प्रतिनिधि, गोपीकांदर गोपीकांदर क्षेत्र से होकर गुजरने वाले कोयला ढुलाई में लगे हाइवा वाहनों के चालकों की लापरवाही दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा हो रहा है. गुरुवार सुबह लगभग 5:30 बजे एक हाइवा (जेएच 04 एक्स 2936) के चालक ने बाइक सवार दंपती को चकमा देने का प्रयास किया. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे नाराज ग्रामीणों ने चार घंटे तक कोयला ढुलाई बंद कर दी. इस प्रदर्शन के कारण गोपीकांदर क्षेत्र में आठ किलोमीटर तक हाइवा वाहनों का जाम लग गया. हालांकि, अन्य वाहनों की आवाजाही जारी रही. दुर्गापुर-सिलंगी मोड़ से लेकर कुश्चिरा बॉर्डर और दुमका की ओर जोड़ासिमल गांव तक हाइवा वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं. घटना की सूचना पाकर गोपीकांदर एएसआइ एम. पूर्ति, बीजीआर सड़क सुरक्षा पेट्रोलिंग टीम के मैनेजर मनोज चांद और बैजनाथ राय मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों को समझाने में असफल रहे. इसके बाद थाना प्रभारी रंजीत मंडल ने पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत की. ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों के लिए बस सुविधा, हाइवा की गति सीमा 40 किमी/घंटा, और चिन्हित स्थानों पर स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की. आश्वासन मिलने के बाद जाम हटाया गया. पुलिस ने संबंधित हाइवा को जब्त कर चालक पर कार्रवाई करने की बात कही.
महेशपुर से मजडीहा जा रहे थे पती-पत्नी
हाइवा से दुर्घटनाग्रस्त बाइक सवार कुंवर हांसदा ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ महेशपुर से मजडीहा लौट रहा था. लाला होटल के पास हाइवा चालक की लापरवाही से उनका वाहन सड़क किनारे गिर पड़ा. हालांकि, दंपति को गंभीर चोटें नहीं आयीं. प्रदर्शन के बाद प्रखंड कार्यालय में बीडीओ विजय प्रकाश मरांडी, थाना प्रभारी, और बीजीआर अधिकारियों के साथ बैठक की गयी. ग्रामीणों ने स्कूल बस की मांग और सड़क पर सुरक्षा उपायों के लिए लिखित आवेदन दिया. सीओ ने बताया कि मांगों को बीजीआर के जेनरल मैनेजर तक पहुंचाकर समाधान का प्रयास किया जाएगा.
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