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सावन 2023: पुरुषोत्तम मास के अंतिम दिन 15 हजार से अधिक कांवरियों ने बासुकीनाथ में किया जलार्पण

पुरुषोत्तम मास के आखिरी दिन दुमका के बाबा फौजदारीनाथ दरबार में कांवरियों की भीड़ उमड़ी. 15 हजार से अधिक कांवरियों ने जलार्पण कर मंगलकामना की. वहीं, देवघर के बाबाधाम में पुरुषोत्तम मास के पूरे होने पर बुधवार की देर रात झंडा उखाड़ कर इसके समापन की घोषणा कर दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2023 6:12 AM

Sawan 2023: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 पुरुषोत्तम मास के अंतिम दिन बुधवार 16 अगस्त, 2023 को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में कांवरियों की भीड़ लगी रही. मंदिर प्रबंधन के अनुसार, 15 हजार 205 कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गुंजता रहा. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया.

प्रभातकालीन पूजा के साथ बासुकीनाथ मंदिर का खुला कपाट

भोलेनाथ की प्रभातकालीन पुरोहित पूजा के बाद कांवरिया श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट को खोल दिया गया. सुबह चार बजे से श्रद्धालु कतारबद्ध व सुरक्षित व्यवस्था के तहत भगवान नागेश का जलाभिषेक करना प्रारंभ किया. शाम पांच बजे भोलेनाथ की विश्राम पूजा के लिए कांवरियों का जलार्पण और पूजा रोक दी गयी. इस बीच भोलेनाथ नागेश की षोडशोपचार पूजन के बाद क्षणिक विश्राम के लिए बाबा मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. इस दौरान श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना व जलाभिषेक का कार्यक्रम स्थगित रही और कांवरियों को बाबा के विश्राम करने तक प्रतीक्षारत रहना पड़ा.

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छह हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण काउंटर का उठाया लाभ

विश्राम पूजन के बाद मंदिर के कपाट पुनः खोले गए और कांवरियों ने फिर से मंदिर में जलार्पण करना शुरू किया, जो रात्रिकालीन शृंगार पूजा तक लगातार जारी रहा. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला, शिवगंगा तक सिमटी रही. वहीं मंदिर संकीर्तनशाला के समीप जलार्पण काउंटर पर शिवभक्त कांवरियों ने जल डाला. मंदिर प्रबंधन के अनुसार, छह हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण काउंटर का लाभ उठाया. यहां डाले गये जल सीधे पाइप द्वारा मंदिर गर्भगृह में शिवलिंग पर गिरता है. मंदिर प्रभारी सह नपं प्रशासक आशीष कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष ओझा पुलिस पदाधिकारी के साथ मंदिर में बेहतर व्यवस्था में लगे रहे.

3,21,468 रुपये की हुई आमदनी

शिव मंदिर न्यास समिति को बुधवार को विभिन्न श्रोतों से तीन लाख 21 हजार 468 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर प्रांगण स्थित विभिन्न दानपेटी के 1,08,960 रुपये, गर्भगृह गोलक से 42,880 रुपये नगद प्राप्त हुए. गोलक से 53 ग्राम चांदी एवं अन्य श्रोतों से 1,69, 628 रुपये मंदिर को आमदनी हुई. मंदिर दानपेटी एवं गोलक से निकले राशि की गिनती मंदिर प्रशासनिक भवन में सीसीटीवी व अधिकारी के निगरानी में किया गया.

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550 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम

शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत बुधवार को 550 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ की सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत शिव मंदिर न्यास समिति को एक लाख 65 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. वहीं, 10 ग्राम चांदी के दो व पांच ग्राम चांदी के एक सिक्के की बिक्री हुई. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.

श्रावणी मेले का दूसरा पक्ष आज से, प्रशासन ने पूरी की तैयारी

इधर, देवघर के बाबाधाम में पुरुषोत्तम मास के पूरे होने पर बुधवार की देर रात झंडा उखाड़ कर इसके समापन की घोषणा कर दी गयी. इसके साथ ही गुरुवार से श्रावणी मेले के दूसरे पक्ष की शुरुआत हो जायेगी. यह 31 अगस्त को रक्षा बंधन के साथ संपन्न होगा. अब दोबारा 2026 में पुरुषोत्तम मास का आयोजन किया जायेगा. अधिक मास संपन्न होते ही जिला व मंदिर प्रशासन ने श्रावण मास की भी तैयारी कर ली है. बाह्य अरघा के लिए सुविधा केंद्र में बनाये गये बैरिकेडिंग व पार्वती मंदिर में जलार्पण के लिए बनाये गये स्पाइरल को दुरुस्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है. अरघा को भी ठीक ढंग से चेक करने के अलावा बाह्य अरघा की पाइपलाइन को भी चेक करने के लिए कहा गया है. बाबा मंदिर में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को भी ड्यूटी स्थल पर पूरी मुस्तैदी से तैनात रहने और रिलीवर के आने के उपरांत ही जगह को छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है.

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