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10 साल से पदस्थापन नहीं कर रहा विभाग, प्रतिनियोजित सहायक अध्यापक के भरोसे चल रहा स्कूल

मिडिल स्कूल हरिपुर में घट रही छात्र-छात्राओं की संख्या

रानीश्वर. शिक्षा विभाग शिक्षकों के पदस्थापन में ऐसे स्कूलों को प्राथमिकता नहीं दे रहा, जहां दशकों से शिक्षक का पद खाली हैं और स्कूल जैसे-तैसे प्रतिनियोजित सहायक अध्यापक के भरोसे चल रहा है. कायदे से सहायक अध्यापक यानी पारा शिक्षक का प्रतिनियोजन नहीं हो सकते. पर पश्चिम बंगाल सीमा से सटे हुए रानीश्वर प्रखंड के मिडिल स्कूल हरिपुर में 10 सालों से सहायक अध्यापकों का प्रतिनियोजन खेल चल रहा है. विभाग के उपेक्षित रवैये से लगातार यहां बच्चों की संख्या घटती जा रही है. एक समय हरिपुर मिडिल स्कूल में रौनक थी. गांव तथा आसपास के बच्चे इसी स्कूल में आठवीं तक पढ़ाई करते थे. शिक्षक विहीन स्कूल हो जाने के बाद अभिभावक अपने बच्चों को नजदीकी पश्चिम बंगाल के स्कूल में भेजना शुरू किया है. साधारण परिवार के बच्चों के अभिभावक ही यहां अपने बच्चों का नामांकन कराते हैं. जानकारी के अनुसार एक दशक पहले यहां एकमात्र शिक्षक थे, जो सेवानिवृत्त हो हो गये. इसके बाद वनपाड़ा मुस्लिम टोला के सहायक अध्यापक चंद्रशेखर यादव को प्रतिनियुक्त किया गया था. श्री यादव शारीरिक अस्वस्थता के कारण एक साल से अवकाश पर थे. इस बीच सहायक अध्यापक चंद्रशेखर यादव को जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के 3 जुलाई 2024 के आदेश पर सरैयाहाट प्रखंड के यूएमएस भलुआ तिलकपुर में प्रतिनियुक्ति की गयी. उन्हें तीन महीने के लिए ही प्रतिनियुक्त किया गया था, उसके बाद स्वत: विरमित होने का जिक्र प्रतिनियोजन से संबंधित आदेश में है. ऐसे में हरिपुर में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कुछ दिनों के लिए दूसरे स्कूल के सहायक अध्यापक मदन धांगड़ को प्रतिनियुक्त किया गया था. श्री धांगड़ यहां नहीं रहने का आवेदन दिया, जिसके बाद जामग्राम बागतीटोला के सहायक अध्यापक मृन्मय घोष को फिलहाल हरिपुर में प्रतिनियुक्त किया गया है. श्री यादव के अनुपस्थिति में फिलहाल स्कूल संचालक सहायक अध्यापक मृन्मय घोष कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार सहायक अध्यापक सह मिडिल स्कूल हरिपुर के सचिव चंद्रशेखर यादव सचिव पद का प्रभार नहीं सौंपा है.स्कूल का विकास कार्य ठप है. जानकारी के अनुसार सहायक अध्यापक श्री यादव का प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद एक दो दिनों के लिए स्कूल में योगदान करते हैं. फिर से अवकाश पर या दूसरे स्कूल में प्रतिनियुक्ति पर चले जाते हैं. 11 कमरे का है स्कूल, 26 बच्चे हैं नामांकित स्कूल में 26 बच्चे नामांकित हैं. भवनों की संख्या चार है, जबकि कमरे 11 तथा कार्यालय कक्ष अलग से है. जरूरत से ज्यादा यहां भवन निर्माण कराया गया है. विद्यालय विकास के मद में राशि का सदुपयोग नहीं होने से स्कूल भवनों की मरम्मत भी नहीं करायी गयी है. बताया जा रहा है कि हाल ही जिला स्तर से प्रखंड क्षेत्र के कई स्कूलों में सरकारी शिक्षक पदस्थापित किया गया है. पर जहां एक भी शिक्षक नहीं है, उनमें से एक हरिपुर में पदस्थापन नहीं किया गया. उलटे जहां पहले से शिक्षक पदस्थापित है, उसी स्कूल में शिक्षक को पदस्थापित किया गया है. हरिपुर के बगल में यूएमएस पुतका में सरकारी शिक्षक के अलावा सहायक अध्यापक भी पदस्थापित है. एक नये शिक्षक को विभाग की ओर से पदस्थापित किया गया है. जबकि हरिपुर में एक दशक से पद रिक्त है, वहां शिक्षक पदस्थापित नहीं किये गये. क्या कहते हैं पदाधिकारी हरिपुर स्कूल में प्रतिनियुक्त सहायक अध्यापक चंद्रशेखर यादव को सचिव का प्रभार सौंपने तथा वर्तमान में प्रतिनियुक्त सहायक अध्यापक को सचिव का प्रभार लेने का बीआरसी से आदेश निर्गत किया गया था. पर वर्तमान में प्रतिनियुक्त सहायक अध्यापक ने इसकी सूचना बीआरसी को नहीं दी है. मामले की जांच की जायेगी. मोहन ठाकुर, बीपीओ

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