Dumka News: दुमका में जला कर मार दी गयी युवती के जांच को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस मामले की जांच से दुमका के एसडीपीओ नुरू मुस्तफा को हटा दिया गया है. वहीं एसडीपीओ के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया गया है. इस बाबत दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने कहा है कि जांच इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी करेंगे. वहीं एसपी स्तर के अधिकारी इस मामले में हो रहे जांच का सुपरविजन करेंगे.
पीड़ित परिवार के घर की सुरक्षा बढ़ी
बताते चलें कि दुमका में पीड़ित परिवार के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. वहीं शहर में धारा 144 अब भी बरकरार है. प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घर के बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती है. बीते 23 अगस्त को घटी इस विभत्स घटना के बाद परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल की तैनाती की है.
भाजपा नेता बाबुलाल मरांडी ने एसडीपीओ पर उठाये थे सवाल
बताते चलें कि भाजपा नेता बाबुलाल मरांडी ने दुमका हत्याकांड मामले में वहां के एसडीपीओ पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने मीडिया में आयी खबरों का हवाला देते हुए सोमवार को ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि दुमका में अंकिता को जलाये जाने के मामले में वहां के डीएसपी नूर मुस्तफा ने शुरू से ही अभियुक्त शाहरुख हुसैन को बचाने का प्रयास किया. उन्होंने कहा है कि डीएसपी ने दर्ज एफ़आइआर में नाबालिग की जगह बालिग़ लिखवा दिये जाने की बात आ रही है.
सीएम-राज्यपाल ने दिए जांच के आदेश
सीएम हेमंत सोरेन ने डीजीपी को एडीजी से मामले की जांच कराने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि कोशिश रहेगी कि दोषी को कड़ी सजा मिले. वहीं राज्यपाल रमेश बैस ने डीजीपी से सोमवार को दूरभाष पर बात कर मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका की भी जांच करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना शर्मनाक है.
23 अगस्त को घटी थी घटना
एकतरफा प्यार में विफल रहने के बाद शाहरूख हुसैन नामक युवक ने 23 अगस्त, 2022 को पेट्रोल छिड़कर उसके ही घर में ही जला दिया था. बेहद गंभीर स्थिति में उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज के क्रम में रविवार को अंकिता की मौत हो गयी.
Posted By: Rahul Guru