Shikaripara Vidhan Sabha: 1990 से शिकारीपाड़ा सीट पर झामुमो का कब्जा, 7 बार जीते नलिन सोरेन

Shikaripara Vidhan Sabha: झारखंड की शिकारीपाड़ा एसटी विधानसभा सीट पर झामुमो को 1990 से कोई हरा नहीं पाया. नलिन सोरेन ने लगातार विजय पताका लहराया.

By Akansha Verma | September 28, 2024 6:44 PM

Shikaripara Vidhan Sabha|Jharkhand Assembly Election| शिकारीपाड़ा (एसटी) विधानसभा सीट झारखंड के दुमका जिले में आता है. यह सीट अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. शिकारीपाड़ा को झारखंड मुक्ति मोर्चा का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है. वर्ष 1990 से वर्ष 2019 तक लगातार नलिन सोरेन जीत रहे हैं.

झामुमो के नलिन सोरेन ने लगातार 7 बार जीता शिकारीपाड़ा

दुमका जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में दलित समुदाय के नेता की पहचान रखने वाले नलिन सोरेन की किसानों और मजदूर वर्ग के मतदाताओं में अच्छी पैठ है. नलिन सोरेन ने शिकारीपाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 1990, 1995, 2000, 2005, 2009, 2014 और 2019 के चुनावों में जीत दर्ज की.

लगातार 7 बार शिकारीपाड़ा (एसटी) सीट से विधानसभा का चुनाव जीतने वाले नलिन सोरेन अब सांसद बन चुके हैं.

2019 में 14 उम्मीदवार थे शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट पर

वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में शिकारीपाड़ा सीट से कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे. इसमें 2 महिला उम्मीदवार भी थीं. इस वर्ष शिकारीपाड़ा (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से झामुमो के नलिन सोरेन ने चुनाव जीता. नलिन सोरेन को 79400 (51.78 प्रतिशत) वोट मिले. दूसरे नंबर पर परितोष सोरेन रहे. परितोष को 49929 (32.56 प्रतिशत) वोट मिले. इस सीट पर कुल 208651 मतदाता थे. इसमें से 153333 यानी 73.49 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

2014 में जेएमएम का जेवीएम से हुआ मुकाबला

शिकारीपाड़ा विधानसभा सभा क्षेत्र से वर्ष 2014 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 61901 (42.05 प्रतिशत) मतदाताओं का समर्थन मिला था. झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के उम्मीदवार परितोष सोरेन को 37400 (25.41 प्रतिशत) वोट मिले थे. इस चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 193266 थी. इसमें से 147195 (76.16 प्रतिशत ) ने मतदान में हिस्सा लिया था.

झारखंड विधानसभा चुनाव 2009 में जेवीएम ने दी जेएमएम को चुनौती

शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट पर वर्ष 2009 के चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 168335 थी. इसमें 107668 लोगों ने मतदान किया. झामुमो के नलिन सोरेन को झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) के परितोष सोरेन ने चुनौती दी. हालांकि, वह नलिन सोरेन को हराने में कामयाब न हो सके. झामुमो के नलिन सोरेन को 30474 (28.30 प्रतिशत) वोट मिले. परितोष सोरेन को 29471 (27.37 प्रतिशत) मतदाताओं का समर्थन मिला. परितोष सोरेन 1003 वोट से चुनाव हार गए.

2005 में नलिन सोरेन ने जदयू के राजा मरांडी को हराया

वर्ष 2005 के शिकारीपाड़ा विधानसभा चुनाव में 93471 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नलिन सोरेन को 27723 वोट मिले. उन्होंने चुनाव में जीत दर्ज की. राजा मरांडी दूसरे स्थान पर रहे थे. जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले राजा को 26641 वोट मिले.

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