113 विद्यालयों में पठन पाठन एकल शिक्षक के भरोसे
विषयवार शिक्षक न रहने से उत्क्रमित उच्च विद्यालय के विद्यार्थी हैं परेशान
शिकारीपाड़ा. प्रखंड के 262 में से 113 विद्यालयों में पठन-पाठन एकमात्र शिक्षक के भरोसे चल रहा है. बीआरसी से मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय हीरापुर के अलावा कुल 11 मध्य विद्यालय, 49 प्राथमिक विद्यालय, 46 उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय व 6 नवप्राथमिक विद्यालय को एकमात्र शिक्षक द्वारा संचालित किया जा रहा है. उत्क्रमित उच्च विद्यालय हीरापुर में 159 छात्र-छात्राओं की पढ़ाई एकमात्र सरकारी शिक्षक व एक प्रतिनियुक्त सहायक अध्यापक के भरोसे चल रही है. इस विद्यालय में पहली से 5वीं कक्षा तक 88, 6ठीं से 8वीं तक 43 तथा 9 वी व 10वीं में 28 छात्र छात्राएं नामांकित हैं. विद्यालय को वर्ष 2016-17 में उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय का दर्जा दिया गया है. उच्च विद्यालय की पढ़ाई शुरू भी की गयी है. पर शिक्षकों के पदस्थापन नही होने से पठन पाठन प्रभावित हो रही है.इस विद्यालय में एक मात्र सरकारी शिक्षक उत्तमकांत झा पदस्थापित है.जो प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत है.वही सहायक अध्यापक जोसेफ सोरेन व सुशीला हेंब्रम को सप्ताह में 3-3 दिन के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है.
दो से तीन कक्षा के बच्चों की एक साथ होती है पढ़ाई
शिक्षकों की कमी को लेकर 2-3 कक्षा के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाई की जाती है. जिससे एक से 10 वी कक्षा तक के छात्र छात्राओं की पठन पठान में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यापक को विद्यालय के अन्य काम करने के साथ-साथ विभिन्न बैठकों व प्रशिक्षण आदि में भी शामिल होना पड़ता है. इससे उस दिन विद्यालय में सभी कक्षाओं का संचालन प्रतिनियुक्त सहायक अध्यापक को करना पड़ता है. सहायक अध्यापक द्वारा हजारी लेने व नाम मात्र की पढ़ाई की जाती है. गीता हेंब्रम, सीमा टुडू,मिलानी टुडू, मति मरांडी आदि विद्यार्थियों ने गणित, विज्ञान आदि विषयों के शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है. ताकि सभी विषयों की पढ़ाई हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है