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Shravani Mela: बाबा बासुकिनाथ में पुरुषोत्तम मास की अंतिम सोमवारी को 61115 कांवरियों ने अरघा से किया जलार्पण

शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत बंगला सावन की अंतिम सोमवारी को 1200 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ का सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत शिव मंदिर न्यास समिति को तीन लाख 60 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हुई.

बासुकिनाथ(दुमका): श्रावणी मेला महोत्सव-2023 बंगला सावन, पुरुषोत्तम मास की अंतिम सोमवारी पर बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी. मंदिर प्रांगण हर-हर महादेव व बोल बम के जयकारे से गुंजायमान रहा. सुबह 3.17 बजे मंदिर का पट खुला. शिवलिंगों का दूध, जल से अभिषेक किया गया. गर्भगृह में शिवलिंग को पुष्प, बेल पत्र, आंक, धतूरे से सजाकर महाआरती की गयी. इस दौरान मंदिरों में घंटी, शंख व झालर के बीच भोलेनाथ के उद्घोष से माहौल भक्तिमय बना रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 61 हजार 115 कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ को अरघा से जलार्पण कर मंगलकामना की.

सरकारी पूजा के बाद मंदिर गर्भगृह में जलार्पण शुरू

सरकारी पूजा के बाद मंदिर गर्भगृह में जलार्पण का सिलसिला शुरू हुआ. दोपहर तक चलते रहा. दोपहर के बाद मंदिर गर्भगृह गेट पर लगाये गये अरघा में जल डालने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर शाम तक चला. मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट वह मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 61 हजार 115 कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ को अरघा से जलार्पण कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गूंजता रहा. सोमवारी की संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने पहले से व्यापक व्यवस्था कर रखी थी. महिला श्रद्धालुओं ने भी कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारु रूप से मंदिर में प्रवेश कराया.

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सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम

भगवान शिव की विधिवत उपासना करने से व्यक्ति को अक्षय पुण्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. कांवरियों की श्रद्धाभक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. सावन की सोमवारी को कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला, क्यू कॉम्प्लेक्स तक जा पहुंची. कांवरियों की कतार में घुसपैठ को रोकने के लिए पुलिस की व्यवस्था थी. कांवरिया शेड में कतारबद्ध कांवरियों को पानी पिलाने के लिए स्वयंसेवी संस्था के कई शिवभक्त लगे थे. डीएसपी विजय कुमार, सीओ राजकुमार प्रसाद, बीडीओ फुलेश्वर मुर्मू, कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष ओझा, मंदिर प्रभारी सह नपं प्रशासक आशीष कुमार मंदिर में बेहतर जलार्पण व्यवस्था को लेकर लगे रहे.

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विभिन्न स्रोतों से 5,49,319 रुपये की हुई आमदनी

शिव मंदिर न्यास समिति को बंगला सावन के अंतिम सोमवारी को विभिन्न स्रोतों से 5,49,319 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर प्रांगण स्थित विभिन्न दानपेटी से 1,45,210 रुपये, गर्भगृह गोलक से 39,790 रुपये व अन्य स्रोतों से 3,64,319 रुपये नकद प्राप्त हुए. गोलक से निकले राशि की गिनती मंदिर प्रशासनिक भवन में सीसीटीवी व अधिकारी के निगरानी में किया गया.

1200 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम

शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत बंगला सावन की अंतिम सोमवारी को 1200 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ का सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत शिव मंदिर न्यास समिति को तीन लाख 60 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. वहीं 10 ग्राम चांदी का सिक्के की बिक्री हुई. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.

एनडीआरएफ की टीम सक्रिय

बंगला सावन पुरुषोत्तम मास की अंतिम सोमवारी को पवित्र शिवगंगा में कांवरियों ने लगाई आस्था की डुबकी. शिवगंगा में श्रद्धालुओं की तादाद को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा में पूरे अलर्ट मोड में थी. मोटर बोट से शिवगंगा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा था. श्रद्धालु पूरे आस्था के साथ शिवगंगा में स्नान कर बाबा फौजदारी नाथ पर जलार्पण करने हेतु कतारबद्ध हो रहे थे.

शिव को धतूरा, बिल्वपत्र, शत रुद्री पाठ व पंचाक्षर मंत्र का जाप अतिप्रिय

श्रावण मास में भगवान शिव को धतूरा का फूल, बिल्वपत्र, शत रुद्री का पाठ, पंचाक्षर मंत्र का जाप अति प्रिय है, जो भक्त सोमवारी का व्रत रखते हैं. शिव जी वैसे भक्तों से प्रसन्न होते हैं. कुंवारी कन्याएं पूरे सावन माह हर सोमवार शिव के समान स्त्री का सम्मान करने वाले पति प्राप्ति की कामना से रुद्राभिषेक और पूजन करती हैं. शिवभक्त मोक्ष और कल्याण के लिए परम दयालु भगवान की आराधना करते हैं.

मनोवांछित वर की होती है प्राप्ति

कुंवारी लड़कियों के लिए सोलह सोमवार व्रत रखने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है. पंडित मोहनानंद झा ने बताया कि सोमवारी व्रत शिवपूजन अक्षत, बेलपत्र, पुष्प चंदन आदि से भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं. महामृत्युंजय जाप और गंगा जल अर्पण से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि भगवान शिव अपने मस्तक पर चंद्रमा को धारण कर रखा है. चंद्रमा का दिन सोमवार का होता है. इसलिए जो भी भक्त सोमवारी का व्रत रखकर भोलेनाथ की आराधना करते हैं, उन्हें मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

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