बासुकिनाथ (दुमका) , आदित्यनाथ: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के छठे दिन रविवार को बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में कांवरियों की भीड़ लगी. शिव के सावन में भक्ति का अद्भुत संगम चहूं ओर दिख रहा है. रविवार को 2.20 बजे मंदिर गर्भगृह का पट खोला गया. सरकारी पूजा के बाद पूर्वाह्न 3:10 बजे बाबा फौजदारीनाथ पर देवतुल्य श्रद्धालुओं ने जलार्पण करना शुरू किया. सरकारी पूजा के बाद कतारबद्ध कांवरियों के लिए मंदिर गर्भगृह का पट खोल दिया गया. मंदिर प्रांगण शिवगंगा घाट व मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 40 हजार कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलार्पण कर मंगलकामना की.
जयकारे से गूंजता रहा मंदिर परिसर
मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गूंजता रहा. महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया. कांवरिया मंदिर परिसर में भगवान भोलेनाथ की भक्ति में पसीने से तर बतर होकर नाच गा रहे थे. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. शिवभक्तों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला शिवगंगा पीड़ तक सिमटी रही. मंदिर संकीर्तनशाला के समीप जलार्पण काउंटर पर शिवभक्त कांवरियों ने गंगाजल डाला. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 2 हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण काउंटर का लाभ उठाया. यहां डाले गए जल सीधे पाइपलाइन द्वारा मंदिर गर्भगृह शिवलिंग पर गिरता है.
1300 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम
शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत रविवार को 1300 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ का सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत मंदिर न्यास समिति को 3 लाख 90 हजार रुपये की आमदनी हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. वहीं अन्य स्रोतों से 9343 रुपये प्राप्त हुए, दस ग्राम चांदी के 4 सिक्के की बिक्री हुई. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.
कोलकता की युवा कांवर मंडली ने किया जलार्पण
बासुकिनाथ मंदिर श्रावणी मेले में कोलकाता बासुकिनाथ कांवरिया मंडली बांगुर एवेन्यू कोलकाता की मंडली ने जलार्पण किया. इसके बाद मंदिर प्रांगण में एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर गले मिले. कांवरिया मंडली के संतोष अग्रवाल, दीपक कुमार, पूनम अग्रवाल आदि भक्तों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष मंडली के सदस्य उतरवाहिणी गंगाजी सुल्तानगंज से जल लाकर बाबा भोलेनाथ का जलार्पण करते रहे हैं. मंडली के सदस्यों ने बताया कि सावन में बाबा पर जलार्पण के बाद मन को असीम शांति मिलती है.