PHOTOS: बोल बम के जयकारे से गुंजायमान बासुकीनाथ की नगरी, 38 हजार कांवरियों ने किया जलाभिषेक
श्रावणी माह के पांचवें दिन बासुकीनाथ में 38 हजार कांवरियों ने फौजदारीनाथ के दरबार में जलाभिषेक किया. बाबा नगरी बोल बम के जयकारे से गुंजायमान है. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला वह शिवगंगा पीड़ तक देखी गयी.
Sawan 2023: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव के पांचवें दिन शनिवार आठ जुलाई, 2023 को बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में कांवरियों की भीड़ लगी रही. दुमका के बासुकीनाथ में सुबह 02.45 बजे मंदिर का पट खोला गया. सुबह से ही मंदिर प्रांगण शिवगंगा घाट और मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. 3.40 बजे से श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण शुरू किया. श्रद्धालु शिवगंगा में स्नान कर कतारबद्ध हो रहे थे. हर हर महादेव के नारों के साथ श्रद्धालु अपने आराध्य को जलार्पण करने के लिए मंदिर गर्भगृह की और लगातार बढ़ रहे है. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 38 हजार कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गुंजायमान रहा. महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला वह शिवगंगा पीड़ तक देखी गयी. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया. कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष ओझा, सीओ राजकुमार प्रसाद, पुलिस निरीक्षक दयानंद साह संस्कार मंडप में कांवरियों की कतार व्यवस्था को संभाल रहे थे.
735 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम कियाशीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत मेला के पांचवें दिन 735 कूपन बिके. श्रद्धालु मंदिर कार्यालय में 300 रुपये का रसीद लेकर शीघ्रदर्शनम गेट से मंदिर गर्भगृह में सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था से मंदिर प्रबंधन को 2 लाख 20 हजार 500 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.
मंदिर न्यास समिति को दानपेटी से 3,37,610 रुपये की आमदनी हुई. गर्भगृह गोलक से 42,490 रुपये नगद एवं अन्य श्रोतों से 6,708 रुपये कुल 3,86,808 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. गोलक से 45 ग्राम चांदी प्राप्त हुआ. 10 ग्राम चांदी का पांच पीस और पांच ग्राम चांदी के छह सिक्के की बिक्री हुई. दानपेटी व गोलक से निकले राशि की गिनती मंदिर संस्कार सह प्रशासनिक भवन में अधिकारियों की उपस्थिति में की गयी.
कतारबद्ध श्रद्धालु इंद्रवर्षा से राहत महसूस करते हैंकांवरिया शेड के नीचे कतारबद्ध होकर श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण कर रहे हैं. कड़ी धूप में बाबा के भक्तों को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो, इसको लेकर पूरे रूटलाइन में इंद्रवर्षा की व्यवस्था की गयी है. इंद्रवर्षा के माध्यम से ठंडे पानी का छिड़काव पूरे रुट लाइन में किया जा रहा है,जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिल रही है.
मुस्तैद हैं सुरक्षा बलों के जवानकिसी भी प्रकार की विपरीत स्थिति से निपटने के लिए रूटलाइन में अलग-अलग स्थान पर तथा मंदिर प्रांगण में सुरक्षा बल के जवान की प्रतिनियुक्ति की गयी है. सभी सुरक्षा बल के जवान श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने के लिए मंदिर के पट खुलने के समय से ही अपने अपने कर्तव्यस्थल पर उपस्थित है.
मेला की हर गतिविधि पर तीसरी आंख की नजर
पूरे एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो. किसी प्रकार की विपरीत स्थिति उत्पन्न नहीं हो इस हेतु बासुकिनाथ, दर्शनिया टीकर मेला क्षेत्र सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर लगभग 600 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है. सीसीटीवी के माध्यम से असामाजिक तत्वों के साथ मेला क्षेत्र की हर गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. इसको देखते हुए 24 घंटे अधिकारियों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा में उपस्थित
बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण करने से पूर्व श्रद्धालु शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं. इस कारण शिवगंगा में श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक होती है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ की टीम की प्रतिनियुक्ति शिवगंगा में की गयी है. मोटर बोट के साथ एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा में उपस्थित रहती है. किसी प्रकार की कोई परेशानी श्रद्धालुओं को नहीं हो यह अपने स्तर से सुनिश्चित करती है.