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बांकीजोर, सरायबिंधा व रसनाला में सोलर जलमीनार बंद, न पदाधिकारी ले रहे संज्ञान, न जनप्रतिनिधि करा रहे निदान

लाखों की राशि खर्च के बाद ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं

शिकारीपाड़ा. शिकारीपाड़ा प्रखंड की बांकीजोर पंचायत में पंचायत स्तर से निर्मित कई सोलर संचालित मिनी जलमीनार बंद है. इससे ग्रामीणों को पेयजल की व्यवस्था करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इनमें से कुछ तो लंबे अरसे से डेड पड़े हैं. बावजूद इसके न तो जनप्रतिनिधि इस समस्या के निदान की सुधि ले रहे हैं. न ही प्रशासनिक महकमा समस्या से आमजनों को उबारने का प्रयास कर रहा है. ठंड के दिनों में भी लोग जलसंकट से परेशान हैं. दूर-दराज इलाके से पानी लाने को मजबूर हैं. मुखिया परमेश्वर मुर्मू ने बताया सरायबिंधा, रसनाला व बांकीजोर अल्पसंख्यक टोला के सोलर संचालित मिनी जल मीनारों की जांच करवायी गयी है. तीनों जगहों पर मोटर व सर्किट खराब होने कारण जलापूर्ति बाधित है. सरायबिंधा व रसनाला में टंकी से लगे चापानल को चालू करवा दिया गया है. टंकी से जलापूर्ति चालू करवाने की प्रयास किया जा रहा है . बांकीजोर में चार माह से जलापूर्ति बंद बांकीजोर पंचायत मुख्यालय के अल्पसंख्यक टोला में सोलर संचालित मिनी जल मीनार की टंकी से करीब 4 माह से जलापूर्ति बंद है. ग्रामीणों को दूर चापानल से पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ रही है. तीन वर्ष पूर्व बांकीजोर के अल्पसंख्यक टोला में ढाई लाख की लागत से यह जलमीनार बना था.सलीम अंसारी, अजीम अंसारी, रुस्तम मियां आदि ग्रामीणों के अनुसार मिनी जलमीनार के बनाने के कुछ माह बाद जलापूर्ति बंद हो गयी. पंचायत में इसकी शिकायत करने उपरांत इसकी मरम्मत करवा कर जलापूर्ति चालू करवा दिया गया. कुछ माह बाद फिर जलापूर्ति बंद हो गयी है. पंचायत में इसकी शिकायत की गयी है. ठीक कराने का आश्वासन देने के बाद भी आज तक जलापूर्ति बंद है. फोटो- बांकीजोर में खराब सोलर संचालित मिनी जल मीनार सरायबिंधा में सालभर से जलमीनार खुद प्यासी इसी पंचायत के सरायबिंधा में सोलर संचालित मिनी जल मीनार भी सालभर से बंद है. आदिवासी बहुल गांव की आबादी तकरीबन सवा सौ की है. पंचायत द्वारा करीब तीन वर्ष पूर्व एक पुराने चापानल जोड़कर मिनी जलमीनार को बनायी गयी थी. ग्राम प्रधान मंडल सोरेन केअनुसार करीब एक वर्ष से सोलर संचालित जल मीनार की टंकी से जलापूर्ति बाधित है. इसकी शिकायत कई बार पंचायत में की गयी है. पंचायत द्वारा उक्त सोलर संचालित मिनी जल मीनार की जांच करायी गयी. मिनी जल मीनार से लगे चापानल को चालू करवा दिया गया. टंकी से जलापूर्ति का आश्वासन दिया गया. पर आज तक टंकी से जलापूर्ति बाधित है. फोटो- सरायबिंधा में बंद सोलर संचालित मिनी जल मीनार रसनाला में सालभर से तीन साै की आबादी त्रस्त बांकीजोर पंचायत के रसनाला में करीब एक वर्ष से सोलर संचालित मिनी जल मीनार खराब है. जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आदिवासी बाहुल्य गांव रसनाला की आबादी तकरीबन 300 की है. तीन साल पहले यहां भी जलमीनार बना है. बनने के कुछ दिनों तक टंकी से जलापूर्ति में खराबी आ गयी. ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर जलमीनार की मरम्मत करवाकर जलापूर्ति चालू करायी गयी, जो कुछ दिनों के बाद फिर से बंद हो गयी. अब फिर एक वर्ष से टंकी से जलापूर्ति बंद है. इसकी शिकायत कई बार पंचायत में की गयी है. बाबूराम बास्की, मलिन किस्कू, जगन बास्की, सुनील बास्की आदि ने सोलर संचालित जल मीनार को ठीक करवाने की मांग की है.

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