आज श्रमिकों को लेकर दुमका से रवाना नहीं होगी बीआरओ की स्पेशल ट्रेन, जानें क्यों रद्द हुआ हेमंत सोरेन का कार्यक्रम

दुमका/रांची : झारखंड से 1500 श्रमिकों को दुमका से लद्दाख ले जाने वाली ट्रेन रद्द हो गयी है. यह ट्रेन शुक्रवार को दुमका स्टेशन से रवाना नहीं होगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम भी रद्द हो गया है. यह ट्रेन अब कब रवाना होगी, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी प्रशासन की ओर से नहीं दिया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस ट्रेन से 1500 श्रमिकों को लेह-लद्दाख जाना था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2020 3:10 PM

दुमका/रांची : झारखंड से 1500 श्रमिकों को दुमका से लद्दाख ले जाने वाली ट्रेन रद्द हो गयी है. यह ट्रेन शुक्रवार को दुमका स्टेशन से रवाना नहीं होगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम भी रद्द हो गया है. यह ट्रेन अब कब रवाना होगी, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी प्रशासन की ओर से नहीं दिया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस ट्रेन से 1500 श्रमिकों को लेह-लद्दाख जाना था.

दुमका जिला की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा है कि ट्रेन को रद्द क्यों किया गया, इसकी स्पष्ट जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि कल या परसों यानी 13 या 14 जून को यह ट्रेन रवाना हो सकती है. उन्होंने कहा कि ट्रेन का शेड्यूल सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों ने तैयार किया था, उनकी ओर से ही इसे रद्द किया गया है. उपायुक्त ने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारी बीआरओ के साथ बातचीत कर रहे हैं.

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उपायुक्त ने बताया कि सिर्फ दुमका जिला के 400 से अधिक श्रमिक लेह-लद्दाख जाने के लिए यहां पहुंच चुके हैं. साहिबगंज, पाकुड़ से भी करीब 100 लोग बसों में यहां पहुंचे हैं. भारी संख्या में श्रमिकों ने अपना पंजीकरण करवाया है. बहुत से लोग अब भी पंजीकरण करवा रहे हैं. लोगों को भेजने के लिए राज्य सरकार के वरीय पदाधिकारी बीआरओ के साथ समन्वय के साथ काम कर रहे हैं. राजेश्वरी बी ने कहा कि श्रमिकों के ठहरने की व्यवस्था दुमका जिला मुख्यालय में ही की गयी है.

उन्होंने बताया कि जितने भी श्रमिक यहां पहुंचे हैं, सभी को ठहराने के इंतजाम किये जायेंगे. उनका वर्कशॉप होगा, जहां उन्हें बताया जायेगा कि राज्य सरकार और श्रम विभाग ने उनके कल्याण के लिए कौन-कौन से काम किये हैं. दुमका की उपायुक्त ने बताया कि झारखंड सरकार के श्रम विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि बिचौलियों के माध्यम से किसी श्रमिक को काम करने के लिए नहीं भेजा जायेगा.

उन्होंने बताया कि श्रम विभाग ने बीआरओ के साथ समझौता किया है. इसने कुछ नियम और शर्तें तय की हैं, जिसके तहत श्रमिकों को बीआरओ पारिश्रमिक का भुगतान करेगा. साथ ही उनके लिए जो सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी, इसके बारे में भी सरकार को पूरी जानकारी होगी. ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शुक्रवार (12 जून, 2020) को दुमका में इस स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखानी थी. लेकिन, ट्रेन रद्द हो जाने की वजह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम भी रद्द हो गया.

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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शुक्रवार को 12:10 बजे हेलीकाॅप्टर से दुमका एयरपोर्ट पहुंचना था. 12:30 बजे दुमका मेडिकल कॉलेज के नये भवन का दौरा करने के बाद एक बजे रेलवे स्टेशन पहुंचना था. मुख्यमंत्री को रामगढ़ प्रखंड के नवखेता पंचायत में शत-प्रतिशत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने पर मनरेगाकर्मी को सम्मानित करने के लिए जाना था. लेकिन, बीआरओ का कार्यक्रम रद्द हो जाने की वजह से मुख्यमंत्री का कार्यक्रम भी रद्द हो गया.

Posted By : Mithilesh Jha

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