संताली के लिए देवनागरी का उपयोग यथावत रखें : छात्र संघ

ताल परगना स्टूडेंट यूनियन की सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय इकाई का प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को देर शाम कांग्रेस कार्यालय में पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2025 8:05 PM

स्टूडेंट यूनियन का प्रतिनिधिमंडल ने पोड़ैयाहाट विधायक से मिला प्रतिनिधि, सरैयाहाट संताल परगना स्टूडेंट यूनियन की सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय इकाई का प्रतिनिधि मंडल ने शुक्रवार को देर शाम कांग्रेस कार्यालय में पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इसमें मुख्य रूप से संताली भाषा के लिए देवनागरी लिपि का उपयोग यथावत जारी रखने का आग्रह किया गया है. प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व संगठन के अध्यक्ष विमल मुर्मू कर रहे थे. मुलाकात के बाद अध्यक्ष श्री मुर्मू ने कहा कि संताली प्राचीन भाषाओं में से एक है. उसका अपना मानक और स्टैंडर्ड रूप है. लेकिन कुछ लोग सुनियोजित तरीके से भाषा के मानक रूप को बर्बाद करने तथा आदिवासियों को आपस में लड़ाने के नीयत से किसी विशेष लिपि के आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं. ओड़िशा प्रायोजित लोग यहां के लोगों को बरगलाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं. पर हम लोग अपनी भाषा की शुद्धता और अस्मिता पर आंच नहीं आने देंगे. कहा कि संताली के लिए देवनागरी लिपि सबसे सरल, सहज तथा वैज्ञानिक गुणों से परिपूर्ण है. इसका उपयोग 1940 के पूर्व से ही होता आया है. अब तक इसे समृद्ध और विशाल साहित्य की रचना हो चुकी है. संताली का इतिहास संताल परगना से शुरू होती है. देवनागरी लिपि को उपयोग में जारी रखा जाये. प्राथमिक से उच्च स्तर तक शिक्षक बहाली की प्रक्रिया भी आरंभ कर दिया जाये. मौके पर पूर्व वरिष्ठ छात्र नेता केराप किशोर मुर्मू, पीटर मुर्मू, दिलीप टुडू, जितेश टुडू, कुलदीप सोरेन, राजेश पौरिया, सचिन कुमार सोरेन, अंथोनी हांसदा, सुरेश बेसरा, संतोष हेंब्रम आदि मौजूद थे.

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