बैरक का हो रहा जीर्णोद्धार, आवासन की परेशानी होगी दूर
पुलिस लाइन में बन रहे 80 नये फ्लैटस, पुरुष व महिला जवानों के लिए नये बैरक
आनंद जायसवाल, दुमका दुमका के पुलिस लाइन का कायाकल्प हो रहा है, जहां के लगभग सारे पुराने क्वार्टर और बैरक को ध्वस्त कर बहुमंजिली इमारत बनवाये जा रहे हैं. इन बहुमंजिली इमारतों में कुल 80 फ्लैट्स का निर्माण हो रहा है, ताकि पुलिस पदाधिकारियों, जवानों और हवलदारों के आवासन में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहे. मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस लाइन परेड ग्राउंड के पास जवानों और हवलदारों के लिए फ्लैटस बनवाये जा रहे हैं, जबकि सड़क के दूसरी तरफ पुलिस पदाधिकारियों के लिए फ्लैटस बनवाये जा रहे हैं. ये सभी फ्लैटस पांच अलग-अलग ब्लॉक में होंगे, प्रत्येक ब्लॉक में 16-16 फ्लैटस होंगे. यानी पदाधिकारियों के लिए दो यूनिट में कुल 32 फ्लैट्स का निर्माण हो रहा है, तो जवानों व हवलदारों के लिए तीन ब्लॉक में 48 फ्लैट्स का. इसके अलावा सभी तरह की सुविधाओं से युक्त 225 बेड का बैरक पुरुषों के लिए तैयार किया जा रहा, वहीं महिलाओं के लिए 50 बेड का बैरक तैयार किया जा रहा है. 10 साल पहले बनाये गये थे कुल सात ब्लॉक मिली जानकारी के मुताबिक 10 साल पहले दुमका के पुलिस लाइन परिसर में कुल सात ब्लॉक बनाये गये थे. इसमें आरक्षी व हवलदारों के लिए एलएस कैटेगरी के कुल चार ब्लॉक थे, जबकि पदाधिकारियों के लिए यूएस कैटेगरी में कुल तीन ब्लॉक तैयार किये गये थे. सात ब्लॉक में 112 फ्लैट्स का तब निर्माण हुआ था, अभी जिन जगहों पर नये ब्लॉक बन रहे हैं, उन सभी जगहों पर जो क्वार्टर और बैरक थे, वे बेहद ही जर्जर हाल में थे. इनमें से कई को कंडम घोषित किया जा चुका था. पुलिस लाइन का रिजर्व ऑफिस भी बनना है प्रस्तावित मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस लाइन के संचालन के लिए प्रशासनिक सहित अन्य कार्य संचालित करने के लिए जिस तरह के भवन की आवश्यकता है, उसके लिए पुलिस लाइन में रिजर्व आफिस भी बनाया जाना प्रस्तावित है. माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट को भी झारखंड पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड जल्द प्रारंभ करायेगी. प्रस्तावों के तहत पुलिस लाइन परेड ग्राउंड को भी सुसज्जित किया जाना है. इसमें दोनों छोर पर गैलरी भी बनायी जानी है. हालांकि इन दोनों प्रोजेक्ट पर अभी मुहर नहीं लगी है. पर इन सब काम के पूरा होने के बाद पुरा पुलिस लाइन परिसर व्यवस्थित दिखेगा. कोट पुलिस लाइन के लगभग सभी पुराने जर्जर भवनों को हटाकर वहां बहुमंजिली इमारतें बनवायी जा रही हैं. ये पुलिस अधिकारियों, आरक्षियों के परिवार के आवासन के लिए होंगे. कुल 80 फ्लैटस बनवाये जा रहे हैं. इसके अलावा बैरक की कमी को भी दूर किया जा रहा है. निश्चित तौर पर ये काम पूरे हो जायेंगे, तब पुलिसकर्मियों के आवासन की व्यवस्था बहुत बेहतर हो जायेगी. इसका लाभ उनके कर्तव्य में भी दिखेगा. उनकी कार्यक्षमता बढेगी. आनेवाले समय में पुलिस लाइन में रिजर्व आफिस का भी निर्माण होना है. पीतांबर सिंह खेरवार, एसपी
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