एमजी काॅलेज के पिछड़ी जाति छात्रावास की स्थिति जर्जर
सुविधा के अभाव में वर्षों से लटका है ताला, मरम्मत की नहीं हो रही पहल
रानीश्वर. मयुराक्षी ग्रामीण काॅलेज रानीश्वर में बनाये गये पिछड़ी जाति के बच्चों का छात्रावास की स्थिति जर्जर है. सुविधाओं के अभाव में छात्रावास में कोई नहीं रहने से लंबे समय से ताला लटका हुआ है. छात्रावास के सामने झाड़ी जंगल ऊग आये हैं. वर्ष 2008 में कल्याण विभाग की ओर से मेसो परियोजना के तहत 50 शय्या वाले पिछड़ी जाति छात्रावास का शिलान्यास तत्कालीन कृषि मत्स्य, गन्ना विकास व पशुपालन मंत्री नलिन सोरेन के हाथों शिलान्यास किया गया था. छात्रावास में लाइब्रेरी, किचन, डायनिंग रूम तथा बच्चों के लिए कमरे आदि का निर्माण कराया गया था. कुछ दिनों तक यहां बच्चे व छात्रावास अधीक्षक व शिक्षक भी रहे थे. उस समय तक छात्रावास का देखभाल होती थी. पर बिजली, पानी आदि सुविधा उपलब्ध नहीं होने से धीरे-धीरे इसमें रहना बंद हो जाने तथा वर्ष 2018 में दुमका के छात्रावास में घटना हो जाने के बाद से छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया था. उसी समय से छात्रावास खाली है और स्थिति जर्जर हो गयी है. कोट दो मंजिला छात्रावास भवन में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहने से तथा बिजली पानी की व्यवस्था होने से दूर-दराज के बच्चे यहां के छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर सकते हैं. यहां सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संबंधित विभाग को पहल करने की जरूरत है. प्रो जयमंगल राय, छात्रावास सुपरिटेंडेंट
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