प्रोजेक्ट गर्ल्स हाइस्कूल में घट रही छात्राओं की संख्या
स्कूल के लिए दो मंजिला भवन निर्माण कराया गया था. पुराना भवन जर्जर हो जाने से करीब पांच साल पहले नया भवन निर्माण कराया गया है. शुरुआती दौर में स्कूल की रौनक थी.
शिक्षक-शिक्षिकाओं की है कमी, महज 24 छात्राएं हीं कर रहीं पढ़ाई
प्रतिनिधि, रानीश्वरप्रोजेक्ट गर्ल्स हाइस्कूल रानीश्वर में विषयवार शिक्षक पदस्थापित नहीं हैं. यहां दो मंजिला नया स्कूल भवन निर्माण करा दिया गया है. 80 के दशक में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यहां प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल बनाया गया था. उस समय स्कूल कमेटी के माध्यम से संचालित होता था. बाद में सरकारीकरण किया गया. पहले भी स्कूल के लिए दो मंजिला भवन निर्माण कराया गया था. पुराना भवन जर्जर हो जाने से करीब पांच साल पहले नया भवन निर्माण कराया गया है. शुरुआती दौर में स्कूल की रौनक थी. कमेटी द्वारा संचालित स्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं तथा छात्राओं की संख्या भी अधिक थी. पर शिक्षक-शिक्षिकाओं की संख्या घट जाने या शिक्षकविहीन हो जाने पर छात्राओं की संख्या काफी कम होती गयी. एक दशक पहले स्कूल शिक्षकविहीन हो चुका था, तब दूसरे स्कूल से शिक्षक व सहायक शिक्षक प्रतिनियुक्त कर किसी तरह स्कूल संचालित किया जा रहा था. हाल ही में यहां एक सामाजिक विज्ञान विषय की शिक्षिका प्रतिनियुक्त किया गया है. हिंदी के शिक्षक पदस्थापित हैं. एक लिपिक भी पदस्थापित किया गया है.
प्रधानाध्यापक व आठ शिक्षकों का पद है सृजित
यहां प्रधानाध्यापक, आठ शिक्षक, दो आदेशपाल तथा लिपिक का पद सृजित है. यहां वर्ग नवम में 19 व दशम में 5 छात्राएं नामांकित हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि शुरू से ही यदि स्कूल में शिक्षक-शिक्षिकाएं पदस्थापित रहते तो स्कूल की यह दुर्दशा नहीं होती. शिक्षक-शिक्षिकाओं की कमी के चलते अभिभावकों ने अपने बच्ची को यहां नामांकन कराना नहीं चाहा. अभी भी शिक्षक पदस्थापित किये जाने से छात्राओं की संख्या बढ़ जायेगी. शिक्षकों की कमी के चलते छात्राएं दूसरे स्कूल में नामांकन कराने को बाध्य हो रहे हैं.
कोट
फिलहाल प्रोजेक्ट गर्ल्स हाइस्कूल रानीश्वर में एक ही शिक्षक पदस्थापित है. एक शिक्षिका प्रतिनियुक्ति पर हैं. हाइस्कूल में शिक्षक शिक्षिकाओं का पदस्थापना जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से होता है.एस्थेर मुर्मू,बीइइओ 1 सह बीआरसी समन्यक
फोटोप्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल रानीश्वर
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