Lead News : तीन अपराधी हुए गिरफ्तार, दो बाइक व तीन मोबाइल जब्त
दो माह के अंदर चार व पाकुड़ जिले के सीएसपी में हुई लूट के मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करने में सफलता पायी है.
कार्रवाई. सीएसपी लूट के पांच मामलों में संलिप्त गिरोह का पुलिस ने किया उद्भेदन
दुमका के चार व पाकुड़ के एक सीएसपी में हुई थी लूटसंवाददाता, दुमकाजिले में दो माह के अंदर चार व पाकुड़ जिले के सीएसपी में हुई लूट के मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करने में सफलता पायी है. गिरोह का उद्भेदन करते हुए तीन अपराधियों को धर दबोचा है. दो अपराधियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है. एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने कहा कि सीएसपी में लगातार हो रही लूट के मामलों में अनुसंधान के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम ने कांड में शामिल अभियुक्तों के बारे में जानकारी एकत्रित की. पांच में से गिरोह के तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिसे जेल भेजा जा रहा है. तीन में से दो पहले भी आर्म्स एक्ट समेत दूसरे मामलों में जेल जा चुके हैं, जबकि फरार चल रहे दोनों अपराधी भी जेल में रहकर सजा काट चुके हैं. गिरफ्तार किये गये अपराधियों में पहला मनिकांत सोरेन, पिता रविचंद्र सोरेन, झिलुवा, बांधटोला, मसलिया का रहने वाले हैं, जबकि दूसरा चरण मरांडी, पिता गोमस मरांडी, जामा थाना क्षेत्र का व तीसरा संजय सोरेन पिता सुरेंद्र सोरेन, जामजोरी मसलिया का रहनेवाला है. एसपी श्री खेरवार ने बताया कि तीनों ने दुमका के चार व पाकुड़ के एक सीएसपी में हुई लूट में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. इनके पास से तीन मोबाइल व दो मोटरसाइकिल भी जब्त किये गये हैं. एसपी श्री खेरवार ने बताया कि इन अपराधियों ने 14 अक्तूबर को मुफस्सिल के घासीपुर में 1.10 लाख रुपये, 13 नवंबर को रानीश्वर के कदमा गांव में 50 हजार रुपये, 4 दिसंबर को मसलिया के महुलबना में 40 हजार रुपये और 18 दिसंबर को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुम गांव में ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक को कब्जे में कर हथियार के बल पर 75 हजार रुपये लूट लिया था.
छापेमारी टीम में शामिल थे आधा दर्जन थाना प्रभारी
वारदात के बाद एसडीपीओ विजय महतो व डीएसपी इकुड़ डुंगडुंग के नेतृत्व में आधा दर्जन थाना प्रभारियों की टीम बनायी गयी थी. टीम में चार थानों के थाना प्रभारी मुफस्सिल थाना के इंस्पेक्टर सत्यम कुमार, मसलिया के अनिल टुडू, रानीश्वर के बलराम सिंह व दिग्घी ओपी के अनुज कुमार को शामिल किये गये था. हर पदाधिकारी अपने स्तर से छानबीन कर रहे थे. तकनीकी अनुसंधान के क्रम में शक के आधार पर पहले मनिकांत को उठाकर पूछताछ की गयी, उसने सभी वारदात में शामिल होने की बात स्वीकार की. बताया कि पांच सदस्यीय गिरोह ने सारी वारदात को अंजाम दिया है. इसके बाद बाकी दो और की गिरफ्तारी की गयी. एसपी श्री खेरवार ने बताया कि जिन दो अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, उनका नाम पता चल गया है. उनके पास ही लूट का बचा हुआ पैसा और पिस्तौल है. दोनों की तलाश की जा रही है. प्रेस कान्फ्रेंस में डीएसपी इकुड डुंगडुंग, प्रशिक्षु डीएसपी आशीष भारद्वाज व इंस्पेक्टर सत्यम कुमार आदि मौजूद थे.
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