काठीकुंड. प्रखंड में नौ दिनों के अंदर दोबारा कोल प्रभावित क्षेत्र झिकरा पंचायत के 15 गांव के ग्राम प्रधान व सैकड़ों ग्रामीणों ने झिकरा खेल मैदान में गुरुवार को बैठक कर अपना विरोध जताया. कोल टेस्टिंग व खनन के लिए जमीन नहीं दिये जाने का निर्णय को फिर से दोहराया. सर्वसम्मति से किसी भी सूरत-ए-हाल में कोल खनन के लिए जमीन नहीं देने का ऐलान किया. ग्रामीणों ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 2019 से कई बार मौखिक व लिखित सूचना जिला प्रशासन, प्रखंड बीडीओ, सीओ,मंत्री- विधायक को देने के बाद भी कोल टेस्टिंग व खनन के लिए उन्हें बार बार परेशान किया जा रहा है. लगातार प्रशासनिक दबाव बना कर हमारे सब्र का इम्तिहान लिया जा रहा है, जबकि हम लगातार इसका विरोध दर्ज कराते आ रहे है. काठीकुंड प्रखंड के सीमावर्ती ब्राह्मणी नदी के किनारे बसे गांव में इसीएल को कोल टेस्ट व खनन नहीं करने के निर्णय को दोहराते हुए जान देंगे जमीन नहीं देंगे का नारा बुलंद दिया गया. 12 सितंबर को दोबारा बैठक का आयोजन करने का निर्णय लिया. उस दिन होनेवाली बैठक में अपने विरोध को जनप्रतिनिधि व प्रशासन के समक्ष लिखित रूप से दर्ज कराने को लेकर रणनीति बनाया जायेगी. बैठक में कोल प्रभावित क्षेत्र के 15 गांवाें के ग्राम प्रधान के साथ ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
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