माध्यमिक स्कूलों के शारीरिक शिक्षकों के लिए कार्यशाला शुरू, बोले डायट संकाय सदस्य
संवाददाता, दुमकाजिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट दुमका में जिले के माध्यमिक विद्यालय के शारीरिक शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ. शुभारंभ डायट प्रभारी प्राचार्य सुषमा हांसदा, सभी संकाय सदस्यों व प्रशिक्षकों ने किया. डायट संकाय सदस्य प्रियंकर परमेश ने कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का निवास होता है, इसलिए शारीरिक शिक्षा शिक्षकों का दायित्व और भी बढ़ जाता है कि वह अपने छात्र-छात्राओं को इस तरह से प्रशिक्षित करें कि न सिर्फ वे अपने विद्यालयी जीवन बल्कि अपने संपूर्ण जीवन में स्वस्थ रहें. स्वस्थ जीवन शैली अपना सकें. परिवार तथा समुदाय के सदस्यों को भी इसके लिए प्रेरित कर पाएं. प्रभारी प्राचार्य सुषमा हांसदा ने अपने संबोधन में झारखंड में 40 वर्षों के बाद शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की नियुक्ति तथा उनके दायित्व एवं प्रशिक्षण संबंधी अनुशासन के विषय में चर्चा की. कार्यशाला के पहले दिन प्रशिक्षक ज्ञान प्रकाश ठाकुर एवं रामानंद घोष द्वारा शारीरिक शिक्षा के महत्व, सुचारू रूप से विद्यालय संचालन में शारीरिक शिक्षकों की भूमिका तथा छात्र-छात्राओं के प्रति उनके दायित्वों के विषय में बताया. सरकारी विद्यालय के छात्र-छात्राएं किस तरह से जिला व राज्य स्तर पर खेलों के माध्यम से अपना नाम रोशन कर सकते हैं. इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं. इसकी चर्चा की गयी. संताल परगना में बच्चों की जिंदगी का एक हिस्सा फुटबॉल है, इसको गंभीरता से लेकर जमीनी स्तर तक काम करते हुए, बच्चों की प्रतिभा को पहचान कर, चीन के मॉड्यूल के अनुसार ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए विद्यालय स्तर से खिलाड़ियों के चयन में एवं उनके क्षमता संवर्धन में योगदान का आह्वान किया गया.फुटबॉल खिलाड़ियों के पोजीशन की मिली जानकारी
प्रशिक्षक अर्क घोष ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से डेवलपमेंट ऑफ फुटबॉल कोचिंग अमोंग गवर्नमेंट स्कूल चिल्ड्रन विषय पर विस्तार पूर्वक चर्चा की. प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में फुटबॉल खेल के दौरान मैदान पर खिलाड़ियों का पोजीशन किस प्रकार होना चाहिए, के बारे में शिक्षकों को कमरे से बाहर खुले फील्ड में प्रायोगिक जानकारी दी गयी. कार्यशाला के सफल संचालन में डायट संकाय सदस्य मधुश्री कुमारी, किशोर कुमार मंडल, प्रियंकर परमेश, सुब्रत गोराई, रेखा साव, कृष्णा कुमारी, लिपिक संतोष कुमार एवं सनातन टुडू की उल्लेखनीय भूमिका रही. कार्यशाला में प्रतिभागी शिक्षक के रूप में अनीश मिश्रा, मलय मंडल, कुमारी अलका, गीता हंसदा समेत कई शिक्षक मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है