बहरागोड़ा में खेती भगवान भरोसे
सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से 1000 बीघा खेत परती, खेत तैयार कर बरसात का इंतजार करते हैं किसान, सब्जी की खेती कर अपना परिवार चलाते हैं कृषक
बहरागोड़ा.
बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत गुहियापाल गांव के किसान भगवान भरोसे खेती करते हैं. इस पंचायत में लगभग 1000 बीघा खेत सिंचाई के अभाव में परती पड़े हैं. यहां के किसान खेती के लिए बारिश के भरोसे रहते हैं. क्षेत्र के अधिकतर किसानों की आय का मुख्य स्रोत सब्जी की खेती है. यहां के किसान खीरा, झींगा, बरबटी की खेती करते हैं. किसान खेतों को तैयार कर बारिश का इंतजार कर रहे हैं. उक्त गांव सुवर्णरेखा नदी किनारे स्थित है, फिर भी खेत सूखे पड़े हैं. यहां पर खेती के लिए निजी सबमर्सिबल भी नहीं है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से सिंचाई व्यवस्था की मांग कई बार कर चुके हैं. अबतक इस दिशा में पहल नहीं हुई है.राज्य गठन के पहले उद्वह सिंचाई योजना थी
किसानों का कहना है कि झारखंड राज्य गठन के पहले क्षेत्र में खेती के विकास के लिए उद्वह सिंचाई योजना का शुभारंभ किया गया था. उक्त योजना किसानों के लिए कारगर साबित हो रही थी. अनदेखी के कारण धीरे-धीरे योजना ने दम तोड़ दिया. इस योजना को शुरू करने की मांग कई बार हो चुकी है. अबतक किसी प्रकार की पहल नहीं हुई है.
किसान समय पर उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं
किसानों का कहना है कि यहां के लोगों की आय का मुख्य स्रोत सब्जी की खेती है. कई बार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को सिंचाई व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग कर चुके हैं. भगवान भरोसे आज भी खेती करते हैं. यहां के किसान समय पर फसल का उत्पादन नहीं कर पा रहे हैं. बारिश के इंतजार के कारण अंतिम समय पर फसल का उत्पादन हो रहा है. इसके कारण औने-पौने दाम पर खुले बाजार में सब्जी बेचने में मजबूर हो जाते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है