तीर-धनुष ले रात भर डटे रहे ग्रामीण, पहुंची पुलिस

ग्रामीणों की सजगता से बड़ी नक्सली घटना टली, विस्फोट से पहले बरामद कर लिया गया बम घाटशिला : घाटशिला थाना क्षेत्र के महेशडुबा प्रधान टोला के पास कच्ची सड़क के कल्वर्ट के नीच विस्फोटक रखे जाने की सूचना मंगलवार शाम में ही ग्रामीणों ने घाटशिला पुलिस को दी थी. रात होने से पुलिस नहीं गयी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2014 3:46 AM

ग्रामीणों की सजगता से बड़ी नक्सली घटना टली, विस्फोट से पहले बरामद कर लिया गया बम

घाटशिला : घाटशिला थाना क्षेत्र के महेशडुबा प्रधान टोला के पास कच्ची सड़क के कल्वर्ट के नीच विस्फोटक रखे जाने की सूचना मंगलवार शाम में ही ग्रामीणों ने घाटशिला पुलिस को दी थी. रात होने से पुलिस नहीं गयी, तब ग्रामीणों ने तीर-धनुष लेकर रात में कल्वर्ट के पास पहरेदारी की. सुबह में पुलिस व सीआरपीएफ के जवान पहुंचे, तब जाकर सुरक्षित रूप से केन बम को बाहर निकाला गया. ग्रामीणों की सजगता से चुनाव के पूर्व बड़ी नक्सली घटना टल गयी. इसका श्रेय जागरूक ग्रामीणों को जाता है.

कच्ची सड़कें हैं नक्सलियों का किलिंग जोन

घाटशिला : बंगाल सीमा से सटे घाटशिला के उत्तरी इलाके के नक्सल प्रभावित गांवों की कच्ची सड़कें नक्सलियों का किलिंग जोन है. यहां नक्सली केन बम लगा कर पुलिस पर घात लगाते हैं. नक्सलियों के किलिंग जोन में घाटशिला के बुरूडीह में एक दफा पुलिस फंस भी चुकी है. अगर पुलिस चुनाव के पूर्व कच्ची सड़कों, पुल, पुलिया, कल्वर्ट आदि की जांच नहीं करेगी, तो बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

उत्तरी इलाके में झाटीझरना- डाइनमारी, बड़ाजुड़ी-कालचिती- भादुआ, महेशडुबा- घोटीडूबा, पुनगोड़ा- काड़ाडुबा, सिरसबनी-ढाकपाथर, पहाड़पुर- माहताम, पुनगोड़ा- भादुआ, खरस्वती-लेदा, बांकी- चाकदोहा, नरसिंहपुर-मिर्गीटांड़, केशरपुर-गुड़ाझोर, राजाबासा-भूतियाकोचा आदि जगहों पर कच्ची सड़कें ही है.

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