नौकरी का झांसा देकर सबर परिवार को गालूडीह में छोड़ा
बाहर जाने से मना करने पर भींगते छोड़कर भागा दलाल तीन माह के शिशु को लेकर पहुंची थी सबर मां भींगने से बच्चे की हालत बिगड़ी, मुखिया ने किया सहयोग गालूडीह : काम दिलाने का झांसा देकर रविवार को एक दलाल डुमरिया के एक सबर परिवार को लेकर गालूडीह पहुंचा. पकड़े जाने के भय पर […]
बाहर जाने से मना करने पर भींगते छोड़कर भागा दलाल
तीन माह के शिशु को लेकर पहुंची थी सबर मां
भींगने से बच्चे की हालत बिगड़ी, मुखिया ने किया सहयोग
गालूडीह : काम दिलाने का झांसा देकर रविवार को एक दलाल डुमरिया के एक सबर परिवार को लेकर गालूडीह पहुंचा. पकड़े जाने के भय पर सबर परिवार को यहां छोड़कर भाग गया. बरसात में सबर परिवार भींग रहे थे. सबर परिवार के साथ तीन माह का शिशु भी था. उसके भींगने से हालत बिगड़ गयी. आस पास के ग्रामीणों ने देखा, तो शिशु को गर्म कपड़े दिये. महुलिया पंचायत के मुखिया सुभाष सिंह ने सबर परिवार को सहयोग किया. प्लास्टिक का घोंग खरीद कर दिए. भोजन करा कर व भाड़ा देकर बस से डुमरिया भेजा.
डुमरिया प्रखंड के बाकुलचंदा-कासमार के जादूगोड़ा निवासी लोधिया सबर, उसकी पत्नी मोगड़ी सबर, बेटा मोगला सबर और पुत्रवधू छिता सबर को एक दलाल ने काम दिलाने के नाम पर रविवार को वाहन से गालूडीह लाया. सबर परिवार ने कहा हम लोग बाहर काम पर जाने से इनकार कर रहे थे. दलाल ने कहा गालूडीह चलो वहां बात करेंगे. यहां जबरन लाया गया. यहां पहुंचने पर कहा एक हजार रुपये देंगे. हम लोगों ने काम के लिए बाहर जाने से इनकार दिया.
तब हम लोगों को छोड़ कर बहार चला गया. हम लोगों के पास पैसे नहीं हैं. छिता सबर अपने तीन माह से बच्चे को गोद में लिए हुई थी. लगातार वर्षा से शिशु भींग गया था. इससे उसकी हालत बिगड़ गयी. मुखिया ने देखा तो सबर परिवार का सहयोग किया और वापस डुमरिया भेजवाया. सबरों ने बताया कि गालूडीह में एक दलाल है, जो काम दिलाने के नाम पर चेन्नई भेजता है. उक्त दलाल ने डुमरिया के एक युवक के माध्यम से हम लोगों को जबरन काम दिलाने के नाम पर गालूडीह लाकर छोड़ कर भाग गया.