गरीबी इलाज में बाधक, आठ माह से बिस्तर पर है ठाकुर दास
मुसाबनी : मुसाबनी के माहलीपाड़ा निवासी ठाकुर दास सामंत (25) गरीबी के कारण इलाज नहीं करा पा रहा है. इसके कारण वह आठ माह से बिस्तर पर पड़ा है. उसकी पत्नी निरसो सामंत मजदूरी कर परिवार चला रही है. ठाकुर की हालत लगातार बिगड़ रही है. वह दर्द से तड़प रहा है. 2013 में चेन्नई […]
मुसाबनी : मुसाबनी के माहलीपाड़ा निवासी ठाकुर दास सामंत (25) गरीबी के कारण इलाज नहीं करा पा रहा है. इसके कारण वह आठ माह से बिस्तर पर पड़ा है. उसकी पत्नी निरसो सामंत मजदूरी कर परिवार चला रही है. ठाकुर की हालत लगातार बिगड़ रही है. वह दर्द से तड़प रहा है. 2013 में चेन्नई में मजदूरी के दौरान उसके दायें जांघ व दायीं कांख में गिल्टी निकली थी. वहां इलाज के कुछ दिन बाद ठीक हो गया था. इस साल के शुरुआत में गिल्टी फिर निकली. इलाज सीएचसी में कराया. इलाज से उसके हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. तीन माह पहले जांघ व कांख की गिल्टी फट गयी. सीएचसी से उसे एमजीएम रेफर कर दिया गया. एमजीएम में 11 दिन तक भर्ती रहा. वहां घाव को सूखने के लिए इंजेक्शन दिया गया. इंजेक्शन से घाव ठीक नहीं हुआ. उल्टे उसका पेट झूल गया. ठाकुर दास एक सप्ताह से भोजन भी नहीं कर पा रहा है. बार-बार शौच हो रहा है.