24 घंटे इधर से उधर होते रहे शव
घाटशिला : पोस्टमार्टम के नाम पर शवों के साथ स्वास्थ्य विभाग भी मजाक कर रहा है. शव को लेकर परिजन घाटशिला अनुमंडल अस्पताल आते हैं. यहां से एमजीएम रेफर किया जाता है. एमजीएम से वापस घाटशिला भेज दिया जाता है. फांसी लगाकर जान देने वाली एक वृद्धा तथा सड़क हादसे में जान गंवाने वाले एक […]
घाटशिला : पोस्टमार्टम के नाम पर शवों के साथ स्वास्थ्य विभाग भी मजाक कर रहा है. शव को लेकर परिजन घाटशिला अनुमंडल अस्पताल आते हैं. यहां से एमजीएम रेफर किया जाता है. एमजीएम से वापस घाटशिला भेज दिया जाता है. फांसी लगाकर जान देने वाली एक वृद्धा तथा सड़क हादसे में जान गंवाने वाले एक अधेड़ के साथ शव के साथ ऐसा ही मजाक हुआ. 24 घंटे परिजन शवों के साथ इधर-उधर होते रहे. अंतत: सोमवार को घाटशिला में ही पोस्टमार्टम किया गया.
रेफर का कागज मांगा फिर शव लौटा दिया
बहरागोड़ा के माटिहाना की शंकुतला बारिक नामक वृद्धा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उसका शव 27 अगस्त को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए घाटशिला अनुमंडल अस्पताल भेजा. यहां शव को संदिग्ध बताते हुए चिकित्सा
प्रभारी ने शव को एमजीएम भेज दिया. मृतका के पुत्र शक्ति बारिक तथा नरेंद्र बारिक और चौकीदार परेश मुंडा शव को लेकर एमजीएम गये. वहां कहा गया कि घाटशिला अनुमंडल अस्पताल से रेफर का कागजात लायें. चौकीदार परेश मुंडा सोमवार की सुबह घाटशिला पहुंचा और रेफर का कागज लेकर वापस एमजीएम गया. इसके बाद भी शव को पोस्टमार्टम के लिए फिर से घाटशिला भेज दिया गया.
पोस्टमार्टम के लिए मांगे तीन हजार रुपये
बहरागोड़ा के जाड़ापाल में एनएच 33 पर हुई सड़क दुर्घटना में नेडरा गम्हरिया के श्याम चांद मुर्मू की मौत हो गयी. पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए घाटशिला अनुमंडल अस्पताल भेजा. चिकित्सा प्रभारी ने यह कह कर कि यहां
शीत गृह नहीं है, शव को एनजीएम रेफर कर दिया. परिजन और चौकीदार बुद्धेश्वर नायक शव को लेकर एमजीएम गये. वहां शव को शीत गृह में रखा गया. परिजन सुरू मुर्मू का आरोप है कि सोमवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम करने के लिए 3000 रूपयों की मांग की गयी. नहीं देने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया. वहां से शव को फिर घाटशिला भेज दिया गया. यहां पर शव का पोस्टमार्टम हुआ.