नक्सलियों के जड़ से खात्मा तक चलेगा ऑपरेशन : एडीजी
किरीबुरू : कोशिशों के पेड़ पर ही कामयाबी के फल लगते हैं. कभी पहले प्रयास में ही सफलता मिल जाती है, तो कभी अनेक प्रयास के बाद सफलता मिलती है. कोशिश निरंतर जारी रखनी चाहिए. उक्त बातें सीआरपीएफ के एडीजी कुलदीप सिंह ने कहीं. वे मंगलवार को किरीबुरू दौरे पर मुर्गापाड़ा स्थित सीआरपीएफ-197 बटालियन के […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 13, 2017 5:19 AM
किरीबुरू : कोशिशों के पेड़ पर ही कामयाबी के फल लगते हैं. कभी पहले प्रयास में ही सफलता मिल जाती है, तो कभी अनेक प्रयास के बाद सफलता मिलती है. कोशिश निरंतर जारी रखनी चाहिए. उक्त बातें सीआरपीएफ के एडीजी कुलदीप सिंह ने कहीं. वे मंगलवार को किरीबुरू दौरे पर मुर्गापाड़ा स्थित सीआरपीएफ-197 बटालियन के डेट कार्यालय में अधिकारियों व जवानों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 से पहले झारखंड-ओड़िशा के सीमावर्ती जंगलों के हालात बेहद खराब थे.
यहां बुलंद हौसलों के साथ नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन चलाया गया. हथियार, गोला-बारूद जब्त किया. वहीं अपनी सूचना तंत्र बेहतर कर ग्रामीणों का पूरा विश्वास जीता. इसके कारण वर्ष 2010 के बाद कोई बड़ी नक्सली घटना नहीं होने दिया गया. यह झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ के बेहतर तालमेल से संभव हुआ. यहां की जनता भी बधाई के पात्र है. नक्सलियों के जड़ को उखाड़ फेंकने तक निरंतर ऑपरेशन जारी रहेगा.
सीमित सूचना के बावजूद गुदड़ी में नक्सलियों को मार गिराया
एडीजी ने कहा कि मंगलवार को रनिया व गुदड़ी थाना के जंगलों में हमारे जवानों ने काफी कम सूचना के बावजूद पीएलएफआइ की एक महिला सदस्य समेत दो नक्सलियों को मार गिराया. वहीं तीन हथियार बरामद करने में सफलता पायी. ऑपरेशन में शामिल जवान व अधिकारी बधाई के पात्र हैं. इसके पहले बुरुराइका में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी.
महिलाओं का सम्मान जवानों के साथ, आम लोगों की भी जिम्मेदारी
एडीजी ने कहा कि पर्यटकों खासकर महिलाओं की सुरक्षा व सहायता की जिम्मेदारी जवानों के साथ आम लोगों को भी लेना है. महिलाओं का सम्मान करें. पत्नी के साथ दुर्व्यवहार या फोन से अपशब्द को रोकना है. सीआरपीएफ सेक्शन रोटेशन सिस्टम के बाद एक साथ रहने वाले जवान एक दूसरे को नहीं पहचानते हैं, यह गलत है. सेक्शन में नये जवान स्थानांतरित होकर आते हैं, तो उनसे पूरा परिचय लेकर दोस्त व परिवार के तरह रहें.
सोते-जागते हमेशा अपने साथ रखें हथियार
श्री सिंह ने कहा कि जवान अपनी या लोगों की सुरक्षा के लिए अपना हथियार सोते-जागते अपने पास रखें. ईमानदारी से मेहनत करने वालों को रोजगार व सफलता की कमी नहीं होगी. गलत करने वालों को सिर्फ सजा से ही सुधारा नहीं जा सकता है. उसे समझा कर भी सुधारने का प्रयास हो.
2-4 दिनों में नक्सलियों पर बड़ी सफलता की तैयारी : डीआइजी
सीआरपीएफ के डीआइजी राजीव राय ने हेलीपैड स्थल पर प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि नक्सलियों का सफाया जल्द कर दिया जायेगा. दो-चार दिनों में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करने की तैयारी है. पुलिस व सीआरपीएफ को सूचना मिल रही है कि इनामी नक्सली संदीप का दस्ता गुवा थाना क्षेत्र के लिपुंगा, राइका आदि गांव में स्थान बदल-बदल कर रह रहा है. उसके खिलाफ सफलता के प्रयास में हमारी टीम निरंतर लगी है.
अधिकतर जवानों की मौत छुट्टी पर दुर्घटनाओं में हो रही, यह पीड़ादायक
श्री सिंह ने कहा कि मुठभेड़ में अगर जवान शहीद होते हैं, तो उनपर देश, समाज व परिवार को गर्व होता है. हमारे लिए दुःख की बात है कि हमारे अधिकतर जवान की मौत छुट्टी के दौरान सड़क या अन्य दुर्घटनाओं से हो रही है. अपने घर जाने के बाद जवान अनुशासन से बाहर हो जाते हैं. लापरवाही से वाहन चलाते व अव्यवस्थित हो जाते हैं. प्रायः दुर्घटना छुट्टी से लौटने के दो-चार दिन पहले दोस्तों आदि से मिलने के क्रम में होती है. यह काफी पीड़ादायक है. इसका ख्याल सभी जवान छुट्टी के दौरान रखें. खाली समय में फोन पर परिवार से निरंतर संपर्क बनायें रखें. उनका भी ख्याल रखें.
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