ग्रामीण खेती में मेहनत करें, सिंचाई को पानी देंगे : एसएसपी

गुड़ाबांदा. जियान में नयी पद्धति से कृषि का आगाज, बनबेड़ा के ग्रामीणों के बीच टमाटर, बैंगन व गोभी के पौधे वितरित एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने संभाली कमान गुड़ाबांदा : नक्सलमुक्त गुड़ाबांदा प्रखंड के जियान गांव स्थित बनबेड़ा टोला में जिला पुलिस के प्रयास से नयी पद्धति से कृषि का आगाज हुआ है. यहां कृषि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2017 5:20 AM

गुड़ाबांदा. जियान में नयी पद्धति से कृषि का आगाज, बनबेड़ा के ग्रामीणों के बीच टमाटर, बैंगन व गोभी के पौधे वितरित

एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने संभाली कमान
गुड़ाबांदा : नक्सलमुक्त गुड़ाबांदा प्रखंड के जियान गांव स्थित बनबेड़ा टोला में जिला पुलिस के प्रयास से नयी पद्धति से कृषि का आगाज हुआ है. यहां कृषि का विकास के लिए पुलिसिया प्रयास तेजी पर है. इसकी कमान एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने संभाली है. बुधवार को एसएसपी समेत विभिन्न विभागों के पदाधिकारी जियान पहुंचे. ग्रामीणों के साथ बात कर उन्नत खेती की रणनीति बनायी.
रबी व सब्जी की खेती नयी पद्धति से करने के लिए किसानों के बीच टमाटर, गोभी, बैंगन, मिर्च आदि के पौधे बांटे गये. कृषि विभाग व उद्यान विभाग ने किसानों को सिंचाई के लिए सामग्री प्रदान की. पशुपालन विभाग ने पशुओं का टीकाकरण कर दवा दी. बीडीओ हारुन रसीद ने ग्रामीणों के बीच 50 कंबल वितरण किया. एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने ग्रामीणों से कहा, मन लगाकर मेहनत से खेती करें. यहां सिंचाई की व्यवस्था होगी. इसके लिए सभी का सहयोग लिया जा रहा है.
धैर्य रखें. यहां शीघ्र ही पानी की समस्या का निदान हो जायेगा. उन्होंने कहा कि सिंचाई की व्यवस्था के लिए प्रयास जारी है. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना व सूक्ष्म सिंचाई योजना से सिंचाई के लिए पाइप बिछाया गया है. टपक सिंचाई विधि से पौधों पर पानी पहुंच रहा है. कम पानी के प्रयोग से बेहतर खेती कैसे हो, इसकी जानकारी कृषि विभाग के पदाधिकारी देंगे. यहां डीप बरिंग के लिए कई लोग सहयोग कर रहे हैं. भूमि संरक्षण विभाग के तहत यहां बड़े और छोटे तालाब का निर्माण होगा.
टाटा स्टील पानी की समस्या का करेगी समाधान
एसएसपी ने कहा कि यहां 25 एकड़ में खेती हो रही है. 300 एकड़ में खेती के लिए आवेदन आये हैं. पटमदा की तर्ज पर यहां के किसान खेती करें. टाटा स्टील टीआरडीएस के विद्युत महंती ने कहा कि ग्रविएशन प्रणाली से यहां खेती की जा सकती है. नेट लगा कर पत्थरों से नदी व नाला का पानी रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि पानी की समस्या के समाधान के लिए वे सहयोग करेंगे.

Next Article

Exit mobile version