350 लोगों की प्यास बुझा रहा पहाड़ी नाला सूखा, जल संकट
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत अंतर्गत गुड़ाझोर गांव से सटे निशी झरना पहाड़ से निकला पहाड़ी नाला फरवरी में सूख गया है. ग्रामीण इसी पहाड़ी नाला के पास खाल (गड्ढा) खोद कर पीने का पानी लेते हैं. फरवरी में नाला सूखने से ग्रामीणों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है. वनों के विनाश […]
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत अंतर्गत गुड़ाझोर गांव से सटे निशी झरना पहाड़ से निकला पहाड़ी नाला फरवरी में सूख गया है. ग्रामीण इसी पहाड़ी नाला के पास खाल (गड्ढा) खोद कर पीने का पानी लेते हैं. फरवरी में नाला सूखने से ग्रामीणों के समक्ष संकट उत्पन्न हो गया है. वनों के विनाश से झरने का पानी अब समय से पहले सूखने लगा है. इसी झरने में जंगली हाथी भी प्यास बुझाते हैं. झरने के सूखने से हाथियों समेत अन्य वन्य प्राणी भी परेशान हैं.
दो टोले के 70 परिवार इसी नाले पर आश्रित
ग्रामीणों ने बताया कि गुड़ाझोर के भालुकडीह और डुंगरीडीह टोला निशी झरना पहाड़ की तलहटी पर बसा है. इस दोनो टोले में 70 घर हैं. यहां करीब 350 आबादी है. सभी इसी नाले पर आश्रित रहते हैं. नाला सूखने से ग्रामीण परेशान हैं. नाला में कई जगह कुछ गड्डे बनाकर ठेहुना भर पानी ग्रामीणों ने जमा किया है. यहां कटोरा से पानी लेकर नहाते हैं. और नाला में कई जगह खाल बनाकर पीने का पानी महिलाएं सुबह-शाम ले जाती हैं. इसी से प्यास बुझती है. ग्रामीणों ने कहा गांव में चापाकल है, लेकिन अधिकांश खराब है. एक सिंचाई कुआं है, जिसका पानी गंदा है. उसका पानी पटवन के काम में आता है. वह सूखने के कगार पर है.