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31 लाख की उद्वह सिंचाई योजना दो साल से अधूरी, उलदा पंचायत के किसान परेशान

सुवर्णरेखा नदी किनारे काशीडीह गांव में विधायक कोष से मंद गति से हो रहा निर्माणप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीEarthquake: क्यों कांप रही हमारी धरती, ऐसा क्या राज दफन है कई किलोमीटर नीचेपीएम मोदी YouTube से करते हैं करोड़ों की कमाई, एक वीडियो से हुई 10780560 रुपये की आमदनीNepal Violence : क्या 17 साल में 10 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2018 4:51 AM

सुवर्णरेखा नदी किनारे काशीडीह गांव में विधायक कोष से मंद गति से हो रहा निर्माण

किसान पटवन के इंतजार में, कहा बन जाने से 300 एकड़ जमीन में होगी सिंचाई
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की उलदा पंचायत स्थित काशीडीह गांव में सुवर्णरेखा नदी किनारे 31 लाख की उद्वह सिंचाई योजना दो साल से अधूरी है. विधायक कोष से उक्त योजना लघु सिंचाई विभाग के तहत बन रही है.
विधायक लक्ष्मण टुडू ने 8 मई 2016 को योजना का शिलान्यास किया था. आज तक काम पूर्ण नहीं हो पाया. इससे किसान परेशान हैं. किसान योजना के पूर्व होने पर पटवन के इंतजार में हैं. किसानों का कहना है कि योजना पूर्ण होने से करीब 300 एकड़ में सिंचाई होगी.
नदी किनारे पंप हाउस बन रहा है. पाइप बिछाने, मोटर लगाने, ऑपरेटिंग का कुछ काम नहीं हुआ है. लघु सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता विपिन सिंह ने बताया कि इस योजना में एडवांस में पैसा नहीं मिलता है.
काम करने के बाद पैसा निर्गत होता है. इसके कारण काम अधर में लटका है. पाइप, मोटर कोई उधार में देगा नहीं. उन्होंने बताया कि एक निजी ठेका कंपनी से बात की गयी है. उक्त कंपनी अधूरे काम को पूरा करेगी. जल्द काम दोबारा शुरू होगा. इस वर्ष तक काम पूरा करने का लक्ष्य है.
जिले में नदी किनारे 37 उद्वह सिंचाई योजनाएं बंद
जानकारी के अनुसार पूर्वी सिंहभूम जिले में सुवर्णरेखा नदी किनारे कुल 37 उद्वह सिंचाई योजना वर्ष 1995 से बंद हैं. इनमें एक काशीडीह में भी है. इसी योजना को विधायक कोष से जीर्णोद्धार किया जा रहा है. उक्त काम भी ठप पड़ा है. किसानों ने कहा किसान हित की बात सभी करते हैं, परंतु काम कोई नहीं करता.

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