वायुसेना का विमान नदी में गिरा, पायलट जख्मी

बहरागोड़ा : पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा एयरपोर्ट से उड़ा वायुसेना का हॉक विमान मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे बहरागोड़ा के महुलडांगरी के पास सुवर्णरेखा नदी में गिर गया. पायलट अरविंद कुमार जोशी ने पैराशूट से कूद कर अपनी जान बचायी. जानकारी के मुताबिक उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही उसमें विस्फोट हुआ और वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 21, 2018 3:39 AM

बहरागोड़ा : पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा एयरपोर्ट से उड़ा वायुसेना का हॉक विमान मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे बहरागोड़ा के महुलडांगरी के पास सुवर्णरेखा नदी में गिर गया. पायलट अरविंद कुमार जोशी ने पैराशूट से कूद कर अपनी जान बचायी.

जानकारी के मुताबिक उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही उसमें विस्फोट हुआ और वह नीचे गिरने लगा. पायलट ने समय रहते पैराशूट की मदद से छलांग लगा दी और पास ही जमीन उतर गये. विमान तेज गति से नदी के बीचोबीच बालू में पूरी तरह घुस गया तथा उसके ऊपर गड्ढा बन गया जिसमें पानी निकल गया. पानी के ऊपर तैरते विमान के इंधन में आग लग गयी.
तब तक मौके पर स्थानीय ग्रामीण पहुंच गये और घायल पायलट को सुरक्षित स्थान पर ले गये. पायलट अरविंद कुमार जोशी ने बताया कि विमान में वह अकेले ही थे जिससे लोग आश्वस्त हुए कि विमान दुर्घटना में कोई और हताहत नहीं हुआ है. घटना की सूचना पाकर विधायक कुणाल षाड़ंगी, भाजपा नेता दिनेशानंद गोस्वामी व स्थानीय पुलिस पदाधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. पायलट को सीएचसी लाया गया जहां उनका प्राथमिक उपचार हुआ. कुछ देर बाद सेना का एक हेलीकॉप्टर इचड़ाशोल में उतरा. घायल पायलट को उस हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए किसी बड़े शहर में ले जाया गया.
मौके पर घटनास्थल पर बहरागोड़ा के बीडीओ ललित प्रसाद सिंह, पुलिस निरीक्षक बसंत हेसा, बहरागोड़ा, बड़शोल, श्यामसुंदरपुर के थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे हुए थे. ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई थी.
बहरागोड़ा. सुवर्णरेखा में िवमान को कराया क्रैश, पायलट ने नदी के बीचों-बीच बालू में घुसाया विमान, खुद पैराशूट से कूदा
शाम चार बजे पहुंचे सेना के अधिकारी
घटना के करीब एक घंटा बाद महुलडांगरी में सेना का एक हेलीकॉप्टर उतरा. वह करीब 15 मिनट तक रुका और उड़ गया. शाम करीब चार बजे सेना के कई पदाधिकारी सेना के वाहनों से घटनास्थल पर पहुंचे. क्रेन, दमकल और एंबुलेंस भी लाये गये. समाचार लिखे जाने तक बालू में घुसे विमान को निकालने की कार्रवाई शुरू नहीं हुई थी. नदी में पानी होने के कारण घटनास्थल तक क्रेन को ले जाना संभव नहीं हो सका. जहां पर विमान गिरा है वह स्थल चारों से पानी से घिरा है और बीच में बालू है.
सोनारी ट्रैफिक कंट्रोल रूम से संपर्क किया था पायलट ने
सोनारी एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से एक बार फाइटर प्लेन के पायलट ने संपर्क किया था लेकिन क्लियर नही हो पाया जिसके बाद एयर फोर्स सेंटर कलाइकुंडा ने संपर्क किया था लेकिन लोकेशन नहीं मिल पाया तब जाकर सोनारी एयरपोर्ट ने दूसरे हेलीकॉप्टर को लोकेशन बताया.

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