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पुलिस नक्सली मुठभेड़ : दो नक्सली गिरफ्तार, कोबरा जवान घायल
चाईबासा/किरीबुरू/सोनुवा : चाईबासा से करीब 50 किलोमीटर दूर टोंटो थानांतर्गत सरजोमबुरू जंगल में बुधवार की सुबह नौ से दोपहर डेढ़ बजे तक रुक-रुककर पांच बार मिसिर बेसरा दस्ते के साथ अर्द्धसैनिक बलों की मुठभेड़ हुई. इस दौरान कोबरा का एक जवान गोली लगने से घायल हो गया. उसे जांघ में गोली लगी है. घायल जवान […]
चाईबासा/किरीबुरू/सोनुवा : चाईबासा से करीब 50 किलोमीटर दूर टोंटो थानांतर्गत सरजोमबुरू जंगल में बुधवार की सुबह नौ से दोपहर डेढ़ बजे तक रुक-रुककर पांच बार मिसिर बेसरा दस्ते के साथ अर्द्धसैनिक बलों की मुठभेड़ हुई. इस दौरान कोबरा का एक जवान गोली लगने से घायल हो गया. उसे जांघ में गोली लगी है. घायल जवान को हेलीकॉप्टर से रांची भेजा गया है.
वहीं कई नक्सलियों को गोली लगने की सूचना है. पुलिस को नजदीक आता देख नक्सलियों ने दो आइडी भी ब्लास्ट किये. इसके बाद जंगल व पहाड़ी का लाभ उठाते हुए मुठभेड़ स्थल से एक किलोमीटर दूर ठहरा मिसिर बेसरा साथियों संग भाग निकला.
नक्सलियों के भागने के बाद भी पुलिस ने सर्च अभियान जारी रखा. इस दौरान सुरक्षा बलों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. नक्सलियों के तीन संतरी पोस्ट को फोर्स ने ध्वस्त किया है. यहां से नक्सली सुुरक्षा बलों पर नजर रख रहे थे. यहां से पिट्ठू, खाना बनाने का सामान, दवाई, सीलबंद बोतल का पानी पुलिस ने जब्त किया है. टोंटो सीमा से सटे हुसीपी और सरजोमबुरू को चारों तरफ से घेरकर फोर्स सर्च अभियान चला रही है. अभियान को मजबूती देने के लिए अन्य इलाकों से भी सुरक्षा बलों को लगाया गया है.
आइडी ब्लास्ट करते हुए भागे नक्सली : पुलिस की चौतरफा घेराबंदी व कमजोर पड़ता देख नक्सलियों ने दो आइडी ब्लास्ट किये. आइडी ब्लास्ट की आड़ में नक्सली भागने में कामयाब रहे. नक्सलियों के भाग जाने के बाद फोर्स ने सर्च अभियान जारी रखा.
किशन दा के बॉडीगार्ड का भाई प्रेम अंगरिया समेत दो गिरफ्तार
सर्च के दौरान पुलिस ने सरजोमबुरू जंगल से नक्सली सुखराम गोप व प्रेम अंगरिया को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार प्रेम अंगरिया किशन दा के बॉडीगार्ड सागेन अंगरिया का भाई है. दोनों पर पूर्व में भी नक्सली समर्थक होने के साथ-साथ पुलिस पर हमला करने समेत कई मामले दर्ज हैं.
कई नक्सलियों के घायल होने की सूचना
जानकारी के मुताबिक रविवार को ही पुलिस नक्सलियों की खोज में निकल गयी थी. चाईबासा जेल में बंद मोतीलाल सोरेन उर्फ संदीप दा तथा धनबाद जेल में बंद राजेश संथाल को पुलिस ने रिमांड पर ले रखा था. पुलिस इन दोनों नक्सलियों को बाइक पर बिठाकर मिसिर के ठिकाने का पता लगा रही थी. इसी क्रम में नक्सलियों के सरजोमबुरू जंगल में छुपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
बताया जा रहा है कि रिमांड पर लिये गये दोनों नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष कई राज उगले हैं. सूत्रों का यह भी कहना है कि झारखंड सीमा से सटे ओड़िशा में सक्रिय एक माओवादी नेता भी झारखंड पुलिस के संपर्क में है. वह कोल्हान व सारंडा जंगल में भी अपने दस्ते के साथ लगातार आते रहता है. उक्त माओवादी द्वारा पुलिस को सूचनाएं भी दी जा रही है.
नक्सलियों के संतरियों ने जवानों पर की फायरिंग
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक करोड़ का इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ता समेत हुसीपी एवं सरजोमबुरू के जंगल में ठहरा हुआ है. उसके साथ 40-50 नक्सली हैं. इसी सूचना के आधार पर कोबरा की चार कंपनी, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर और झारखंड पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया. फोर्स के जंगल में पहुंचते ही नक्सलियों ने अपने संतरी पोस्ट से फायरिंग शुरू कर दी.
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