गालूडीह : गोलमुरी डीवीसी से पावर कम मिलने से बिजली में काफी कटौती की जा रही है. धालभूमगढ़ ग्रिड के कर्मी ने बताया कि इस ग्रिड को करीब 80 मेगावाट बिजली चाहिए, परंतु मिल रहा महज 25 मेगावाट. इसी से रेलवे को भी बिजली आपूर्ति करना है, इसलिए बिजली में कटौती की जा रही है.
उन्होंने बताया कि धालभूमगढ़ ग्रिड से कीताडीह ग्रिड, धालभूमगढ़, चाकुलिया,बहरोगाड़ा, ज्वालकांटा और रेलवे को बिजली दी जाती है. कीताडीह ग्रिड से ही गालूडीह और दामपाड़ा क्षेत्र को बिजली मिलती है. इस ग्रिड में दो फीडर है, जिसमें एक फीडर 24 घंटा चाल ू है. दूसरा बंद. एक फीडर से कभी गालूडीह, तो कभी दामपाड़ा क्षेत्र में एक-एक घंटे के अंतराल में बिजली आपूर्ति की जा रही है. पावर की कमी से बिजली संकट उत्पन्न हुआ है.