वर्ष 2019 तक मिलेगा एक लाख लोगों को रोजगार
जमशेदपुर : राज्य के सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर पद खाली है, जिसके लिए बहाली निकाली जायेगी. जनवरी 2019 तक 50 हजार से अधिक बहाली होगी. इसमें 21 हजार लोग सिर्फ हाई स्कूल शिक्षक के तौर पर बहाल होंगे जबकि स्वसथ्य विभाग में मैनपावर की कमी को दूर करने के लिए 9000 लोगों की […]
जमशेदपुर : राज्य के सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर पद खाली है, जिसके लिए बहाली निकाली जायेगी. जनवरी 2019 तक 50 हजार से अधिक बहाली होगी. इसमें 21 हजार लोग सिर्फ हाई स्कूल शिक्षक के तौर पर बहाल होंगे जबकि स्वसथ्य विभाग में मैनपावर की कमी को दूर करने के लिए 9000 लोगों की बहाली होगी.
यह बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. श्री दास सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर में प्रभात खबर से खास बातचीत कर रहे थे. श्री दास ने बताया कि 2019 तक करीब एक लाख लोगों को रोजगार सरकार दे देगी.
बड़े और छोटे उद्योगों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर निजी कंपनियों में भी बहाली होगी, जबकि स्वरोजगार की व्यवस्था भी सरकार करायेगी. 12 जनवरी तक सरकारी व गैर सरकारी बहाली की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और लोगों को सीधे रोजगार से जोड़ा जायेगा.
किसानों का ग्लोबल समिट दिसंबर तक होगा, आइटी से रोजगार मिलेगा : श्री दास ने कहा कि किसानों के विकास के लिए भी सरकार कटिबद्ध है. किसानों के लिए ग्लोबल समिट नवंबर और दिसंबर माह में आयोजित किया जायेगा. इसमें देश भर के किसान जुटेंगे. ग्लोबल समिट में बड़े पैमाने पर खेती के विकास के लिए काम किया जायेगा. आइटी सेक्टर को भी आगे ले जाया जायेगा. इस सेक्टर के जरिये भी लोगों को जोड़ा जायेगा.
घाटशिला, चांडिल, ईंंटखोरी भी होगा पर्यटन विकास : मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र का विकास किया जायेगा. इसके लिए घाटशिला, चांडिल, ईंटखोरी का पर्यटन के दृष्टिकोण से विकास होगा. झारखंड में अंतराष्ट्रीय स्तर का पर्यटक स्थल विकसित किए जाएंगे. तारापीठ-मलूटी-बासुकीनाथ-देवघर सर्किट, बोधगया-इटखोरी सर्किट, रांची-रजरप्पा सर्किट और घाटशिला-डिमना-दलमा-चाडिल सर्किट बनाया जायेगा. बजरंगबली के जन्मस्थल अंजन धाम (गुमला) को विकसित कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा, जबकि रजरप्पा मंदिर को वैष्णो देवी की तर्ज पर विकसित किया जायेगा.
आदिवासी-दलित समाज जाग चुका है : आदिवासी-दलित समाज जाग चुका है, झारखंड नामधारी पार्टियों व आदिवासियों के छलावा में नहीं आयेंगे. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आदिवासी व गैर आदिवासी की बात करनेवालों को जनता ही उनको उनकी औकात बता दे रही है. आदिवासी व दलित समाज पूरी तरह जाग चुका है.
झारखंड नामधारी पार्टियां व आदिवासियों के तथाकथित नेता ने उनको सिर्फ छला है. 60 सालों तक इस क्षेत्र का विकास क्यों नहीं हुआ जबकि झारखंड नामधारी पार्टियां ही सत्ता पर थी. हम लोग ईमानदारी के साथ काम कर रहे है, जिससे ऐसे लोगों को दर्द हो गया है, जो सिर्फ उनके नाम पर राजनीति करते थे. अब विकास दिख रहा है और भाजपा कभी कोई तुष्टिकरण की राजनीति नहीं की है.