East Singhbhum : घाटशिला कॉलेज में बांग्ला भाषा के विकास में योगदान देने वाले 13 लोगों को मिला विभूति भूषण स्मृति सम्मान
बांग्ला विभाग ने एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया, विभूति बाबू ने अपनी लेखनी से घाटशिला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी : रामदास
घाटशिला. घाटशिला कॉलेज के बांग्ला विभाग ने मंगलवार को प्रभारी प्राचार्य डॉ आरके चौधरी की अध्यक्षता में एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया. इसका विषय ‘बांग्ला भाषा के विकास में विभूति भूषण बंद्योपाध्याय का योगदान’ था. मुख्य अतिथि मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि विभूति बाबू ने अपनी लेखनी से घाटशिला को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी. उनकी रचना पर कई फिल्में बनीं. फिल्मों को अवार्ड मिला. विभूति भूषण के अधूरे सपनों को पूरा करना सभी का कर्तव्य है. मंत्री ने बंगभाषी संस्थाओं से अपील की, बांग्ला विषय के शिक्षक हैं. इस विषय को पढ़ने के लिए छात्रों को तैयार करें. छात्रों की अधिकता होने पर बांग्ला में पीजी की पढ़ाई प्रारंभ शुरू होगी.
कार्यक्रम में बांग्ला भाषा और साहित्य के विकास के लिए तपन कुमार मंडल, प्रो सुबोध कुमार सिंह, देवी प्रसाद मुखर्जी, असित वरण हुई, सुशांत सीट, अनूप दत्ता, डॉ रत्ना मुखर्जी, साधु चरण पाल, तापस चटर्जी, शिल्पी सरकार, बेबी साव, वीरेंद्र घोष, मृणाल कांति विश्वास, डॉ संदीप चंद्र और डॉ आर के चौधरी को मुख्य अतिथि ने विभूति भूषण बंद्योपाध्याय स्मृति सम्मान से सम्मानित किया.मुख्य वक्ता बांग्ला विभागाध्यक्ष डॉ तपन कुमार मंडल ने विभूति बाबू के व्यक्तित्व को विस्तार से बताया. छात्रा निवेदिता सील ने स्वागत प्रस्तुत किया. संचालन बांग्ला विभागाध्यक्ष डॉ संदीप चंद्रा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन इंदल पासवान ने किया. मौके पर डॉ चिरंतन महतो, सरयू पाल, सैकत दे समेत छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. कार्यक्रम में डॉ एस के सिंह, डॉ पीके गुप्ता, शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित थे.
घाटशिला कॉलेज के प्राध्यापक की पुस्तक का लोकार्पण
घाटशिला कॉलेज के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ सुरेंद्र प्रसाद सिंह की लिखित पुस्तक ‘समकालीन राजनीतिक सिद्धांत’ का लोकार्पण मंगलवार को मंत्री रामदास सोरेन ने कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में किया. मंत्री ने कहा कि यह गौरव की बात है कि कॉलेज के प्रो डॉ सिंह की इस वर्ष चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. मंत्री ने डॉ एसपी सिंह को सम्मानित किया. प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि पुस्तक में पर्यावरण से संबंधित विश्व स्तर पर सम्मेलनों की चर्चा है. राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो इंदल पासवान, टाकू अध्यक्ष डॉ एस के सिंह, सीनेट सदस्य डॉ पीके गुप्ता, प्रो विकास मुंडा समेत शिक्षकों ने पुस्तक की सराहना की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है