चांदुवा जंगल में मिला युवक का शव, 16 अगस्त से था गायब
एलिफेंट कॉरिडोर है चांदुवा जंगल, मूक-वधिर था विनोद राणा बहरागोड़ा : बहरागोड़ा थाना क्षेत्र की पुनानापानी पंचायत के चांदुवा जंगल में शनिवार को दिव्यांग युवक की सड़ी-गली लाश मिली. शव की पहचान चांदुवा निवासी दिव्यांग विनोद राणा (42) के रूप में की गयी. परिजनों ने आशंका जतायी की कि हाथी की चपेट में आने से […]
एलिफेंट कॉरिडोर है चांदुवा जंगल, मूक-वधिर था विनोद राणा
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा थाना क्षेत्र की पुनानापानी पंचायत के चांदुवा जंगल में शनिवार को दिव्यांग युवक की सड़ी-गली लाश मिली. शव की पहचान चांदुवा निवासी दिव्यांग विनोद राणा (42) के रूप में की गयी. परिजनों ने आशंका जतायी की कि हाथी की चपेट में आने से उसकी मौत हुई है. मृतक की पत्नी कल्पना राणा ने बताया, विनोद लूंगी व गंजी पहन कर 16 अगस्त को रिश्तेदार के घर जाने की बात कह कर निकले थे. वे मूक-वधिर थे. घर नहीं पहुंचने के बाद उनकी काफी खोजबीन की गयी.
शनिवार को सूचना मिली कि जंगल में एक लाश मिली है. उसकी लूंगी व गंजी देखकर पहचान की गयी. ग्रामीणों का कहना है कि उक्त जंगल में अभी भी हाथी हैं. यह क्षेत्र हाथी प्रभावित है. जंगली हाथी की चपेट में आने से उसकी मौत हुई है. सूचना पाकर मुखिया पानसरी हांसदा, वनरक्षी आकाश षाड़ंगी व ग्रामीण जंगल पहुंचे. वन विभाग ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होगा. मुखिया ने इसकी सूचना थाने को दी. खबर लिखे जाने तक पुलिस नहीं पहुंची थी.
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल : शव देखने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. विनोद घर का मुखिया था. वह जंगल से पत्ता व मशरूम चुन कर परिवार का पालन-पोषण करता था. गांव में जंगली हाथी घुसने से वह उसे भगाने का भी काम करता था. अभी भी उक्त जंगल में चार जंगली हाथियों का झुंड है. विनोद के तीन बेटा और एक बेटी है. पूरा परिवार छोटी सी झोपड़ी में रहता है. ग्रामीणों का कहना है कि उक्त व्यक्ति दिव्यांग था. वह जंगल भी जाता था. वह बोल और सुन नहीं पाता था. उसकी मौत जंगली हाथियों की चपेट में आने से हुई है. यह क्षेत्र जंगल से घिरा है.