East Singhbhum news : गालूडीह मेले में पहुंचीं 14 टुसू प्रतिमाएं, लावगोड़ा को प्रथम पुरस्कार
सुवर्णरेखा नदी तट पर टुसू मेला का आयोजन, झारखंडी लोक संस्कृति की बिखरी छटा, पारंपरिक परिधान में मांदर-धमसे की थाप पर थिरके लोग
गालूडीह. गालूडीह की सुवर्णरेखा नदी तट पर स्थित भैरव धान दिगड़ी घाट में धातकीडीह, बोधपुर और गालूडीह द्वारा संचालित आदिवासी जुमित गांवता क्लब की ओर से टुसू मेला का आयोजन किया गया. जिसमें झारखंडी छटा बिखरी और लोक संस्कृति पर्व में लोग पारंपरिक परिधान में मांदर-धमसे की थाप पर थिरके. मेले में दूरदराज के गांवों से कुल 14 टुसू प्रतिमाएं लेकर लोग पहुंचे थे. मेला कमेटी ने टुसू प्रतियोगिता भी आयोजित की. जिसमें प्रथम पुरस्कार 5 हजार नगद लावगोड़ा से लायी गयी टुसू को मिला. वहीं, द्वितीय पुरस्कार 4 हजार नगद न्यू ब्वॉयज क्लब कालीमाटी की टुसू को, तृतीय पुरस्कार 3500 नगद हलुदबनी की टुसू को व चतुर्थ पुरस्कार 3000 घोड़ासाई से लायी गयी टुसू को मिला. बाकी लायी गयी सभी टुसू प्रतिमाओं को सांत्वना पुरस्कार मिला.
बूढ़ी गाड़ी एनेज में बहुरुपियों ने किया लोगों का मनोरंजन
टुसू मेला में तरह-तरह की दुकानें सजी थीं. जिसमें लोगों ने जमकर खरीदारी की. टुसू मेला में बूढ़ी गाड़ी एनेज भी आयोजित हुआ, जिसमें बहुरूपियों की वेष में लोगों ने नृत्य प्रस्तुत किया और मेले में आये लोगों का मनोरंजन किया. टुसू प्रतिमाओं को मुख्य अतिथि सह मेला कमेटी के अध्यक्ष सह जिप सदस्य सुभाष सिंह, महुलिया पंसस शीला गोप, ग्राम प्रधान करण मुर्मू, सिंगराय मुर्मू, दुखु मुर्मू, गालूराम मुर्मू, बालूराम मुर्मू, एमएल राव, मांझी मंगल हांसदा, लक्ष्मी कांत मार्डी, छुटू मुर्मू, राजेश साह, राजाराम महतो, डोमन गोप आदि ने पुरस्कृत किया.मेला में मुर्गा लड़ाई आकर्षक का केंद्र रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है